खास खबर

सिधोरा मे 12 बीघा जमीन पर बनेगा निराश्रित गोंवश आश्रय

सिधोरा मे 12 बीघा जमीन पर बनेगा निराश्रित गोंवश आश्रय
0 जिलाधिकारी ने सिधौरा में स्थल का किया मुवायना
विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्जापुर।
तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम सिधौरा में तीन हेक्टेयर {12 बीघा) जमीन पर स्थायी निरीश्रित गोवंश आश्रय बनेगा। जिलाधिकारी श्री अनुराग पटेल के द्वारा अधिकारियों के साथ ग्राम सभा सिधौरा में मौके जा कर जमीन का मुवायना किया तथा तथा तहसीलदार के साथ गांव के नक्शे के अनुसार पूरे जमीन पर जाकर निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा इस अवसर पर लेखापाल से जानकारी प्राप्त करने पर बताया गया कि कुछ गांव के बाहर के लोगो के द्वारा कुछ जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा कर खेती की जा रही है, जिलाधिकारी ने नायाब तहसीलदार को निर्देशित किया कि पूरे जमीन की पैमाइश कर अवैध अतिक्रंमण को हटाया जाये। आस-पास चल रहे क्रशर प्लान्ट के बारे पूछे जाने पर लेखपाल के द्वारा बताया गया ग्राम समाज की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर क्रेशर प्लान्ट कुछ लोगों द्वारा लगाया गया है, बताया कि इस तरह से कुल 10 क्रेशन प्लान्ट ग्राम समाज की जमीन पर अवैघ रूप से संचालित की जा रही है। जिलाधिकारी कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये लेखपाल को निर्देशित किया कि कल तक सभी अवैध क्रेशर प्लान्ट के लोगों के नाम व पता सहित सूची उपलब्ध करायें। निराश्रित गोवंश आश्रय के बारे में जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ए0के0 को निर्देशित किया कि वे सम्बंधित कार्यदायी संस्था से सम्पर्क कर जमीन के चारो तरफ तार लगाकर बाड बनवाना प्रारम्भ करायें। सी0बी0ओ0 ने जिलाधिकारी को बताया कि जमीलन के पीछे हिस्से एक बडा नाला बहता है जिस पर बॉंध बनाकर पशुओं को पानी के उपयोग में लाया जा सकता है।
जिलाधिकारी द्वारा इसके बाद अस्थाई निराश्रित गांवंश आश्रय के लिये खडण्जा फाल के आस-पास ाली जमीन तथा सिरसी गहरवार पहाडी के नीचे के जमीन का भी निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने नायाब तहसीलदार सदर तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया वे तत्मल अस्थाई गांवंश आश्रय के लिये चारो तरफ बॉंस बल्लियों से घेर कर आश्रय सुनिश्चित करकायें ताकि निराश्रित पशुओं को उसमें रख जा सके। निरीक्षण के दौरान टाण्डाफाल तथा समोगरा में भी जमीन देख्ी गयी, जहां उचित न पाये जाने पर खडण्जा फाल तथा सिरसी गहरवार पहाडी के नीचे अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल बनाने का निर्ण लिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि जब तक स्थाई रूप से गांवंश आश्रय का निर्माण पूरा नहीं कर लिया जाता तब तक अस्थाई आश्रय को तत्कल चालू किया जाये।
इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ए0के0 सिंह, सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, प्रभारी तहसीलदार सदर श्री सहाय, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत विन्ध्याचल सिंह कुशवाहा, नगर अभियन्ता राम जी उपाध्याय व ग्राम प्रधान सिरसी गहरवार उपस्थित रहे।

 

केन्द्रीय विद्यालय संचालन हेतु जी0आई0सी0 में डीएम0 ने किया निरीक्षण

जिलाधिकारी अनुराग पटेल आज राजकीय इण्टर कालेज के परिसर में पहुॅच कर पीछे के हिस्से में खाली 15 कमरों में केन्द्रीय विद्यालय के संचालन के हेतु निरीक्षण किया। इस दौरान प्राचार्य के द्वारा बताया गया कि कुल 15 कक्ष हैं जिनमें मरम्मत का कार्य चल युद्ध स्तर पर चल रहा है। उपरी शेड को बदला जा चुका है वयारिंग का काय्र पूरा कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने प्राचार्य को निर्देशित किया गया स्वयं रूचि लेकर मरम्मत कार्य पूरा करायें। इस अवसर पर प्राचार्य ने बताया कि 15 कमरों में कुल 07 दरवाजे तथा खिडकियों के 45 पल्ले टूटे हुये हैं जिन्हें बदलने की आवश्यकता है, जिलाधिकारी द्वारा इन सभी की सूची मांगी गयी। यह भी निर्देशित किया गया कि सम्बंधित कार्यदायी संस्था के द्वारा सभी कमरों में लाइटिंग व पंखा लगाने की व्यवस्व्था करायें। कमरों के अन्दर व बाहर ह्वाइट पेंट कराने का निर्देश देते हुये कहा कि सामने के परिसर की सफाई व उसमें पैड पौधे लगाकर हरियाली बनाये रखा जाये। बताया गया कि ताकि अगले सत्र में केन्द्रीय विद्यालय मे अस्थाई रूप से पठन-पाठन का कार्य कार्य प्रारम्भ किया जा सके। ज्ञातव्य है कि सिटी विकास खण्ड के ग्राम आमघाट में केन्द्रीय विद्यालय का स्थाई रूप से निर्माणाधीन है। इस अवसर पर प्राचार्य जी0आई0सी0, सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

जनपद के नोडल अधिकारी कल जिला पंचायत मे करेंगें विकास कार्यो की समीक्षा
विशेष सचिव/मुख्य कार्यकारी अधिकारी {एस0एल0एन0ए0), सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग एवं जनपद के नोडल अधिकारी श्री सुरेन्द्र विक्रम अपने दो दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान कल दिनांक 18 जनवरी, 2019 को जिला पंचायत सभागार में जनपद के अधिकारियों के साथ विकास कार्यक्रमों की समीक्षा करेगें, तदुपरान्त किसी निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण करेगे। जिलाधिकारी श्री अनुराग पटेल ने सभी जनपदीय अधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि दिनांक 18 जनवरी, को समीक्षा बैठक के बाद किसी भी कार्यालय, अस्पताल, विकास खण्ड कार्यालय का औचक निरीक्षण नोडल अधिकारी के द्वारा किया जा सकता हैं उक्त के दृष्टिगत सभी अधिकारी अपने कार्यालयों को साफ-सुथरा व अभिलेखों के रख-रखाव को व्यवस्थित ढंग से सुनिश्चत कर लें।

 

 

पेयजल एवं स्वच्छता मिशन पर कार्यशाला सम्पन्न
आयुक्त विन्ध्याचल मण्डल मुरली मनोहर लाल के अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय के सभागार में समुदाय आधारित पाइप पेयजल परियोजनाओं के संचालन एवं अनुरक्षण तथा व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु मण्डल स्तरीय कार्यशाल का आयोन किया गया, । कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी पिंयंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी सोनभ्रद, संयुक्त विकास आयुक्त नवीन कुमार, अधिशासी अभियन्ता जल निगम सोनभद्र, मीरजापुर एवं भदोही, जिला विकास अधिकारी मीरजापुर, सेनभद्र एवं भदोही, जिला सूचना अधिकारी मीरजापुर, जिला पंचायत राज अधिकारी के अलावा सभी सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये आयुक्त मुरली मनोहर लाल ने कहा कि इस तरफ के कार्यशाला के माध्यम से आपस में बैठक कर विचार-विमशं करना किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां पर पेयजल हेतु पाइप लाइन नहीं पहुॅच रहा हैं वहां पर पाइप लाइन बिछाकर पानी पहॅंचाया जायै।ं उन्होंने यह भी कहा कि पानी के संरक्षण के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करने के लिये गांव स्तर पर चौपालों में जानकारी देने का आवश्यकता हैं। पाइप लाइन पेयजल योजना के बारे में लोगों को प्रचार-प्रसार कराकर इसके बारे में जानकारी दें। सोनभद्र से आये जिला प्रबन्धक जल संरक्षण विभाग अनिल कुमार ने कार्यशाला के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। बताया कि यह योजना ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम प्रधान से लोगों को जागरूक किया जा सकता ंहैं। कहा कि यूजर चार्ज के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी जायें। निर्माणाधीन पाइप परियोजाओं के पूर्णं होने पर उसे ग्राम पंचायत को हैंण्डओवर करते समय एक समारोह आयोजित कर किया जाये जिसमें ग्रामीणों को भी आमंत्रित किया जाये तथा उसी अवसर पर योजना के बारे में लोगों को विस्तृत जानकारी दी जायैं। सौर उर्जा पेयजल योयजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी,। जिला विकास अधिकारी मीरजापुर ने जानकारीदेते हुये बताया कि पाइप पेयजल योजना की जनपद में 47 परियोजनायें संचालित हैं, जिसमें जो तकनीकी गडबडियों के कारण संचालित नहीं हैं उसे जल निगम अधिशासी अभियन्ता को जॉंच कर सही कराने का निर्देश दिया गयां हैं। उन्होंने बताया कुछ ग्रामीणों के द्वारा यूजर चार्ज देना प्रारम्भ भी कर दिये हैं। यूजर चार्ज का लेने के लिये ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में एक समिति गठित कर धनराशि निर्धारित किया जाय।ं जहां पाइप लाइन बिछाया गया हो उसका एक मैच तैयार किया जाये ताकि किसी विभाग के द्वारा दुबारा उसी पर कोई योजना के लिये अनावश्यक खूदाई न किया जायें।

 

 

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!