0 हमारी सरकार संस्कार युक्त शिक्षा देने का काम कर रही है: नगर विधायक रत्नाकर मिश्र
0 देश के विकास मे शिक्षा और शिक्षक दोनो महत्वपूर्ण: मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल
मिर्ज़ापुर।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (प्रा.सं.) जनपद कार्यकारिणी मिर्जापुर का चुनाव एवं मेरी माटी मेरा देश के अंतर्गत गोष्ठी का आयोजन रविवार 13 अगस्त को नगर के ब्रह्मचारी कुआ स्थित जयनाथ उत्सव भवन मे संपन्न हुआ। चुनाव पर्यवेक्षक एवम महासंघ के प्रदेश मंत्री सुरेन्द्र प्रसाद पाडेय, प्रदेश संयुक्त मंत्री शशांक कुमार पाण्डेय, मंडल अध्यक्ष अखिलेश मिश्र वत्स, मंडल महामंत्री संतोष कुमार सिह के निर्देशन मे सर्वसम्मति से अध्यक्ष राजनाथ तिवारी, महामन्त्री सत्यव्रत सिंह चन्देल, संगठन मंत्री अनिल त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीरभानु प्रताप सिंह, संयुक्त महामंत्री राजदेव सिंह, उपाध्यक्ष अनिल प्रकाश द्विवेदी, संयुक्त महामंत्री उपाध्यक्ष अनिल प्रकाश द्विवेदी, उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, महिला उपाध्यक्ष गीता सिंह, मंत्री शुभ्राशु उपाध्याय, महिला मंत्री आरती कटियार, संयुक्त मंत्री विवेक पाण्डेय, रजनीश दूबे, मुकेश सिंह, प्रचार मंत्री मनोज त्रिपाठी, मीडिया प्रभारी विमलेश अग्रहरी, सह मिडिया प्रभारी त्रिलोकी सिंह को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया।
चुनाव अधिकारी अखिलेश मिश्र वत्स ने निर्विरोध नवनिर्वाचित पदाधिकारीगण की घोषणा की, जिनको माल्यार्पण करने के उपरान्त शपथ ग्रहण कराया गया। तत्पश्चात मंचासीन अतिथियो को अंगवस्त्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। शपथ ग्रहण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि रत्नाकर मिश्र ने मा सरस्वती एवं भारत माता के चित्र के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया। तत्पश्चात माल्यार्पण एवं बैज अलंकरण करके पदाधिकारयो ने मंचासीन अतिथियो का स्वागत किया।
पूर्व मंत्री एवं मडिहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने कहाकि देश का विकास करने के लिए शिक्षा शिक्षक महत्वपूर्ण है। मम्मी पापा की परिपाटी शिक्षको को माता पिता जी मे परिवर्तित करनी होगी। मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व मे शिक्षा शिक्षक का स्तर बढा है।
बेसिक स्कूलो का कायाकल्प और शिक्षको का क्षमता संवर्धन हुआ है। कहाकि ट्रांसफर पोस्टिंग मे पूर्ववर्ती सरकारे क्या करती थी, छिपा नही है। आज किसको कहा जाना है कोई नही जानता। यूपी मे इतना बडा परिवर्तन हुआ। इसके कारण यूपी मे शिक्षा का स्तर बढा है। कान्वेंट और बेसिक के बच्चे मे कंपटिशन करा दे, तो बेसिक का बच्चा आगे निकल जाता है। हम लोग स्कूलो मे जाते है तो पूछा भी करते है बच्चे अच्छे से जवाब देते है।
कहा कि शिक्षको से मेरा लगाव शुरू से रहा है। आपकी बडी है बडी कठिनाई लडाई एक चुटकी मे दूर होगा। सरकार के कार्य की सराहना आप जरूर हो। हम आपकी पीडा को सीएम से कहते भी है। शिक्षामित्र के प्रति रवैय्या मुख्यमंत्री जी का परिवर्तित हो रहा है। हर बच्चे को यूनिफाइड मिलता था लेकिन आज गार्जियन नही खरीद रहे है। हम लोगो ने सुझाव दिया है कि व्यवस्था परिवर्तन करने की जरूरत है।
उन्होने शिक्षको से प्रदेश सरकार की उपलब्धियो को भी गिनाया। कहाकि भारत का टेक्नालॉजी दुनिया के तीसरे स्थान पर है। आनलाइन व्यवस्था से योजनाओ के लाभ से आमूलचूल परिवर्तन हुआ है और हो रहा है।
मुख्य अतिथि नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने कहाकि लार्ड मैकाले ने अपने पिता को पत्र लिखा वर्ष 1935 मे कि हमारी सरकार जाने वाली है। इंडिया मे सरकार नही रह सकती, तो अपनी शिक्षा नीति से अंगरेजी मानसिकता का कान्वेंट बनाया और संस्कार विहिन शिक्षा को बढाकर देश की संस्कृति और सभ्यता को चोट पहुचाया।
आज हमारी सरकार संस्कार युक्त शिक्षा देने का काम कर रही है, जो हमारे समाज को विघटित करने का काम करने वालो को आइना दिखाने का काम करेगे। हमे पीडा होती है कि आज कान्वेंट के नाम पर बच्चो पर बस्ते का बोझा लादने का काम किया जा रहा है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। देश का बटवारा न होता तो आज देश अखंड होता, हम अखंड भारत की कल्पना करते है। पूरा देश प्रधानमंत्री जी के पहर पर मेरी माटी मेरा देश का कार्यक्रम चला रहा है।
प्रदेश संयुक्त मंत्री शशांक पाडेय ने कहाकि देश राष्ट्रीय चरित्र सांस्कृतिक भाव, इतिहास का गौरव स्थापना के बाद ही शिक्षा का उद्देश्य पूरा हो सकता है। यह संगठन इन सबको 1988 से अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कर रहा है। यूपी मे इसकी स्थापना 8 नवंबर 1995 को अक्षय तृतीया को काशी मे हुआ। आज 27 राज्य 4 केन्द्र शासित मे हमारा संगठन है। 12 लाख शिक्षको का हमारा परिवार है। विगत वर्ष महासंघ की ओर से पूरे देश मे मनाये गये अमृत महोत्सव के संपन्न कार्यक्रमो को विस्तार से रखा।
कहा कि शिक्षक देश के चरित्र निर्माण मे लगा है, लेकिन अन्य काम मे लगने से यह बाधित हो रहा है। इस पर ध्यान दिये जाने की जरूरत है। प्रलय और निर्मण दोनो ताकत शिक्षक मे होता है। मंडल अध्यक्ष अखिलेश वत्स ने संगठन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त और शोषण मुक्त शिक्षक हमारा उद्देश्य है। पावन भारत भूमि जो गुरू शिष्य परंपरा के लिए जनी जाती है। हमे ऐसी पीढी बनानी है जो आने वाल छात्र अपने भविष्य को बना सके। स्थानांतरण पदोन्नत प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए चरणबद्ध बात हुई और आज पारदर्शिता से 16000 का स्थानांतरण आकांक्षी जनपद को जोडकर हुआ।
पुरानी पेंशन के लिए महासंघ अपने कर्तव्य निर्वहन के साथ पुरानी पेंशन के लिए लडाई लडी जाएगी। सशुलक कैशलेस चिकित्सा के विरोध को बताया। इस दौरान शिक्षको ने अमृत महोत्सव के तहत मेरी माटी मेरा देश के अंतर्गत अपने विचार भी रखा। अध्यक्षता राजनाथ तिवारी एवं संचालन अनिल त्रिपाठी ने किया। चुनाव पर्यवेक्षक प्रदेश मंत्री सुरेन्द्र प्रसाद पाडेय, प्रदेश संयुक्त मंत्री शशांक कुमार पाडेय, मंडल महामंत्री संतोष कुमार सिह, सोनभद्र अध्यक्ष अशोक तिवारी, देवेन्द्र गंगवार, के निर्देशन मे संपन्न हुआ। इस अवसर पर समस्त ब्लाक अध्यक्ष महामन्त्री सहित लगभग पाच सौ से अधिक शिक्षक शिक्षिकाए मौजूद रही।