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गौवंश आश्रय स्थल उमरिया में प्रबन्धन सही नहीं होने के सम्बन्ध में प्रधान का खाता संलाचन पर रोक

मीरजापुर।

मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस द्वारा विकास खण्ड के गौरवाॅ एवं उमरिया में स्थित गो-वंश आश्रय स्थल का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि गौवंश आश्रय स्थल-गौरवाॅ पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है मल-मूत्र एवं पानी के निकासी हेतु बनाई गयी नाली की सफाई नहीं है तथा आश्रय स्थल पर साफ-सफाई का अभाव पाया। जिस पर ग्राम पंचायत सचिवध्ग्राम प्रधान को निर्देशित किया गया कि साफ-सफाई की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करायें। गो-वंश आश्रय स्थल में पानी, सोलर बिजली समरसेबुल पम्प की व्यवस्था पायी गयी।

गौवंशों के सम्बन्ध में पृच्छा करने पर मौके पर पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया वर्तमान में इस आश्रय स्थल में कुल 06 केयर टेकर नियुक्त है, जिसमें कुल-224 गो-वंश (133 मादा, 91 नर) संरक्षित है, पशु दुर्बल पाये गये, जिसके सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि गो-वंशजों के खान पान एवं स्वास्थ्य का नियमित रूप से ख्याल रखा जाय। मौके पर अभिरक्षित पंजिकाओं के अवलोकन में पाया गया 16 किविन्टल भूसा पाया गया। केयर टेकरों के वार्ता करने पर ज्ञात हुआ कि उनको दो माह का मानदेय नहीं मिला है, जिसके सम्बन्ध में ग्राम प्रधान एवं सचिव को निर्देशित किया गया कि कल तक उनके अवशेष मानदेय का भुगतान कराकर अवगत कराये। गो-वंश आश्रय स्थल में पायी गयी कमियों के सम्बन्ध में खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव को ’’कारण बताओं नोटिस’’ जारी करें।

तद्ुपरान्त ग्राम पंचायत उमरिया में स्थित गौ-वंश आश्रय स्थल का निरीक्षण बाउण्ड्रीवाल का निर्मित पााया गया। पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि इस आश्रय स्थल में कुल-304 गो-वंश (156 मादा, 148 नर) संरक्षित है गो-वंशज संरक्षित है, जिनकी देख रेख 08 केयर टेकरों द्वारा किया जाता है। स्टोर में 73.83 किविन्टल भुसा एवं पशु आहार पायी गयी। आश्रय स्थल पर वृक्षारोपण कराया गया किन्तु उनकी सुरक्षा की व्यवस्था सही ढंग से नहीं किया गया है। आश्रय स्थल पर वर्मी कम्पोस्ट पिट बनाया गया है, किन्तु उसमें कचुआ नहीं डाला गया, निर्मित पिट का प्रयोग न करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश्ति किया गया कि कम्पोस्ट पिट में केचुआ आदि डालते हुए कम्पोस्ट खाद उत्पादित करते हुए ग्राम के समूह की महिलाओं को उससे जोड़ते हुए शासकीय धन की उपयोगिता सुनिश्चित किया जाये।

गो-वंश आश्रय स्थल पर बहुत गन्दगी पायी गयी इसके पूर्व भी उक्त स्थल का निरीक्षण में पायी इसी प्रकार की स्थिति पाये जाने पर दिये गये निर्देशों का अब तक अनुपालन सुनिश्चित नहीं किये जाने पर अनुपालन सुनिश्चित किये जाने तक ग्राम पंचायत का खाता बन्द किये जाने का निर्देश दिया गया। ग्रामीण द्वारा शिकायत मिलने पर निर्देशित गो-वंश आश्रय स्थल के प्रत्येक पशुओं का ईयर टैंगित सुनिश्चित करें तथा खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि पास में ही बंजर जमीन की तलाश राजस्व विभाग के साथ कर एक और गो-वंश आश्रय स्थल का प्रस्ताव उपलब्ध कराये।

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