मिर्जापुर।
एपेक्स ट्रस्ट हॉस्पिटल के जनरल मेडिसन, फिजियो रिहैब एवं इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक एंड हॉस्पिटल के काय चिकित्सा, पंचकर्म विभाग द्वारा विश्व ओस्टियोपोरोसिस दिवस पर नर्सिंग, पैरामेडिकल, बीएएमएस और फार्मेसी के छात्र छात्राओं एवं फ़ैकल्टी हेतु जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमीनार में जनरल फिजीशियन डॉ दिलीप चौरसिया, एमपीटी स्पोर्ट्स मेडिसन के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजीव तिवारी, आयुर्वेद इंस्टिट्यूट के प्रधानाचार्य प्रो पीके सिंह, एकेडमिक हेड प्रो यशवंत चौहान, आयुर्वेद काय चिकित्सा विभाग की डॉ गौरी चौहान, पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ दिलीप उपाध्याय द्वारा ऑस्टियोपोरोसिस के बारे में बताते हुए स्पष्ट किया की यह एक ऐसी चिकित्सा स्थिति है जो हड्डियों को नाजुक और कमजोर बनाती है।
हड्डी इतनी नाजुक एवं खोखली हो जाती है कि गिरने, खांसने, छींकने और झुकने जैसे हल्के तनाव मात्र से ही गंभीर फ्रैक्चर का कारण बन सकते हैं और फ्रैक्चर आमतौर पर रीढ़, कलाई और कूल्हे पर होते हैं साथ ही ओस्टियोपोरोसिस की समस्या, उसके निदान जैसे बीएमडी टेस्ट, उपयोगी व्यायामों, डाइट एवं आधुनिक और आयुर्वेदीय इलाज के बारे में जानकारी देते हुए इसके मुख्य लक्षण, पीठ दर्द, गर्दन में दर्द, पीठ का झुकना और ऊंचाई का कम होना आदि बताया।
इसके मुख्य कारणों जैसे बढ़ती उम्र, मेनोपॉज, थायराइड, हाइपोथायरायडिज्म, आनुवांशिक कारक, कैल्शियम, विटामिन डी की कमी, शारीरिक गतिविधियाँ, शरीर का ढांचा, सेक्स हार्मोन्स (प्रजनन संबंधी समस्याएं), धूम्रपान, एल्कोहल का सेवन, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी, स्टेरॉयड का उपयोग आदि से अवगत कराया। सेमीनार का संचालन नर्सिंग की एसोसिएट प्रोफेसर अनुषी एवं धन्यवाद ज्ञापन नर्सिंग प्रधानाचार्य प्रो डॉ एसएस गोपी द्वारा दिया गया।