मिर्जापुर।
देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिकों की मांग पुरानी पेंशन बहाली के लिए विगत कई वर्षो से राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा लगातार हर तीज त्यौहार पर अनेकों कार्यक्रम आयोजित करते हुए पुरानी पेंशन बहाली मांग की आवाज को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। इस वर्ष भी देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिकों ने पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए दशहरे पर एनपीएस रूपी रावण का दहन करने का निर्णय लिया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली मांग की आवाज को देश के एनपीएस कार्मिकों ने हर पटल से बुलंद करने का प्रयास किया है ताकि केंद्र सरकार राज्य सरकार का ध्यान केंद्रित किया जा सके बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश की सड़को पर लगातार बड़े आंदोलन करने के साथ साथ इस तरह के रचनात्मक आंदोलन कार्यक्रम अत्यंत जरूरी है। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर तले अब तक अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके है।
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि एनपीएस कार्मिकों के लिए हर तीज त्यौहार तभी महत्वपूर्ण होगा जब पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाल होगी, तब तक हर तीज त्यौहार हमारे लिए फीका है। बी पी सिंह रावत ने कहा है राजस्थान छत्तीसगढ़ झारखंड हिमाचल में पुरानी पेंशन बहाल हो सकती है तो उत्तराखंड में क्यों नहीं, जबकि उत्तराखंड राज्य कर्मचारियों का प्रदेश है उत्तराखंड राज्य आंदोलन में सबसे बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका सरकारी कर्मचारियों की थी, जिन्होंने 94 दिनो तक हड़ताल की थी जो कि देश में एक इतिहास बना था।
उत्तराखंड सरकार ने जल्द निर्णय नही लिया तो अब एक बार फिर उत्तराखंड के सभी कर्मचारी 1994 का आंदोलन दौहरा सकते है पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए उत्तराखंड सहित पूरे देश भर में महा हड़ताल की तैयारी जोरों पर है। बी पी सिंह रावत ने कहा है कि दिल्ली रामलीला मैदान की ऐतिहासिक हुंकार रैली के बाद देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिक देश व्यापी हड़ताल की तैयारी कर रहे है जिसमे देश के 35 कार्मिक संगठनों के साथ साथ केंद्रीय कार्मिक संगठन तथा राज्य कर्मचारी शिक्षक संगठन भागीदारी करेगे इसके लिए बड़ी रणनीति तैयार की जा रही है, जिसमे रेलवे की दोनो फैडरेशन चक्का जाम करने का फैसला कर चुकी है।
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिक अब आर या पार की लड़ाई की तैयारी कर चुके है। 2024 से पहले पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए देश के सभी कर्मचारी संगठन एकजुट होकर महा हड़ताल के लिए कमर कस चुके है जिसमे देश के कर्मचारी शिक्षक अधिकारी डाक्टर नर्स स्वास्थ्य कर्मी सफाई कर्मी पुलिस कर्मी रेलवे कर्मी बैंक कर्मी सभी हड़ताल पर जाने के लिए तैयार है।