विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मीरजापुर।
जिलाधिकारी पर धन न जारी करने के आरोप में सोमवार को नगरपालिका अध्यक्ष समेत सभासद सड़क पर उतर आए। इसकी जानकारी होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हस्तक्षेप कर के धरना समाप्त कराया। मिर्ज़ापुर के डीएम अनुराग पटेल के खिलाफ सोमवार की सुबह नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल समेत सभासद सड़कों पर उतर आए। सभी जूलूस निकाल कर पहले कलेक्ट्रेट गए। यहां उन्हें धरने की अनुमति न मिलने पर वह सिटी क्लब पहुंचे और धरना शुरू किया। करीब दो घंटे बाद ये मामले मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुँचा। बताया जा रहा है कि सीएम कार्यालय पर मनोज जायसवाल को फोन आया और धरना खत्म करने को कहा गया। नगर पालिका अध्यक्ष को सभी कागजात लेकर योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ बुलाया है। बता दें कि मिर्ज़ापुर के जिलाधिकारी अनुराग पटेल पर नगर पालिका के खिलाफ कार्य करने और 14 वें वित्त आयोग का धन न जारी करने का आरोप है। जिससे नगर पालिका अध्यक्ष और सभी सभासद नाराज चल रहे है।
उल्लेखनीय है कि मनोज जायसवाल नगर पालिका अध्यक्ष मीरजापुर के नेतृत्व में नगर पालिका, मीरजापुर के सभी सभासदों ने जिलाधिकारी, मीरजापुर के खिलाफ पूर्व घोषित धरना/प्रदर्शन व आंदोलन को कलेक्ट्रेट में धारा 144 के चलते अनुमति नहीं दी गयी। ऐसे मे श्री जायसवाल ने अनुमति न मिलने पर नारजगी व्यक्त करते हुए कहाकि धारा 144 के लागू होने के बावजूद कई संगठनों को अनुमति पूर्व में दी गयी है, जो प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के द्वारा वित्तीय सत्र की समाप्ति के अंतिम चरण में विकास के प्रति समर्पित योगी सरकार के कार्यकाल में धन रोकने से सरकार की छवि पर विपरीत असर पड़ रहा हैं। जबकि वही अन्य विभागों के कार्यों के इस्टीमेट की जांच नहीं हुई। माँ विन्ध्यवासिनी की नगरी में कुंभ के अवसर पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता मिलनी चाहिए थी। स्थानीय नागरिकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से विंध्यधाम की महत्ता को देखते हुए इस प्रकरण में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, क्योंकि इस जटिल परिस्थिति से प्रदेश सरकार की छवि सहित जनता को भी कठिनाई महसूस हो रही है। बहरहाल सीएम योगी के हस्तक्षेप के बाद धरना समाप्त करते हुए चेयरमैन मनोज जायसवाल मंगलवार को लखनऊ पहुंचेंगे।