हलिया (मिर्जापुर)।
हलिया विकास खंड में ब्लाक अधिकारियों के मेहरबानी से गांवों में साफ सफाई व्यवस्था के लिए तैनात सफाईकर्मियों द्वारा कार्य नहीं करने से ग्राम पंचायतों में गंदगी कूड़ा का अंबार लगा हुआ है। नालियां बजबजा रही है, जिससे बीमारियों का फैलने का खतरा मंडरा रहा है। इन दिनों तेजी से संक्रमित बीमारी अपना पांव पसार रही है, जिसमें इस प्रकार गंदगी से संक्रमित बीमारियों के फैलने से खतरा मंडरा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायतों में तैनात आधा दर्जन सफाईकर्मी ब्लाक मुख्यालय पर एडीओ पंचायत कार्यालय में बाबू का कार्य कर रहे हैं। ग्राम पंचायत में कार्य करने के लिए आते ही नहीं है।
सफाईकर्मियों का पैरोल वेतन के लिए ग्राम पंचायत से ग्राम प्रधान द्वारा बनाया जाता है, लेकिन यह सफ़ाई झाडू लगाने के लिए कभी भी ग्राम पंचायत में आते ही नहीं है। सफाईकर्मियों द्वारा अपना यूनियन बनाकर नेतागिरी कर रहे हैं ऐसे सफाईकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी संबंधित अधिकारियों द्वारा नहीं किया जाता है।
जहा एक ओर केंद्र व राज्य सरकार सफ़ाई अभियान को लेकर सख्त है, वही दूसरी तरफ सफाईकर्मियों द्वारा साफ सफाई नहीं किया जा रहा है। विकास खंड में तैनात अधिकारियों के लापरवाही से साफ सफाई अभियान को पलीता लगाया जा रहा है।
विकास खंड के माडल ग्राम पंचायत में तैनात ग्राम पंचायतों में साफ सफाई अभियान को शहर के तर्ज पर बनाने के लिए कूड़ा संग्रहण केंद्र बनाया गया है। ई रिक्शा व ठेलिया कूड़ा उठाने के लिए खरीदे गए हैं, लेकिन ई रिक्शा व ठेलिया ग्राम पंचायत के पंचायत भवन परिसर की शोभा बढ़ा रहे हैं। ग्राम पंचायत हलिया में लाखों रुपए की लगते से खरीदे गए ठेलिया पंचायत भवन की शोभा बढ़ाते हुए जर्जर हो रहे हैं, लेकिन ग्राम पंचायत में कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है पुराना थाने के सामने प्राचीन हनुमान मंदिर के सामने कूड़ा का अंबार लगा हुआ है। माड़ल ग्राम पंचायत हलिया में सफाईकर्मियों की तैनाती नहीं की गई है।