चुनार, मिर्जापुर।
तहसील सभागार में शनिवार को जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया।दिवस में आराजी लाईन सुल्तानपुर निवासी शैलैन्द्र कुमार त्रिपाठी ने गाव की ही निवासी मंजू देबी पर आरोप लगाया है कि सड़क व बंजर खातें की भूमि पर निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया है, जिसे अतिक्रमण मुक्त कराई जाए। भुइली खास, जमालपुर निवासी मल्लू ने दिव्यांग रहने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास नही मिल पाने की शिकायत किया है। रामपुर ढबई निवासी कुंज बिहारी सिंह ने सरिया निवासी मल्लू पर आरोप लगाया है कि ग्राम की आराजी नं0-51 व 2/2 में राजस्व कर्मियों को मिलाकर अपना नाम करा लिया है, उसका नाम निरस्त कर दोषी तहसील कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग किया है, चन्दौली जमालपुर निवासी हीरालाल ने प्रार्थना पत्र देकर चकबंदी विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कागज से चक कटने के बावजूद कब्जा परिवर्तन नहीं किया गया है।
मौके पर कुल 116 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ जिसमें से दो का निस्तारण कर दिया गया। शेष को संबंधित विभागों को तत्काल निस्तारण हेतु दिया गया साथही जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को निर्दैशित करते हुएकहा कि सरकारी जमीनो को चिन्हित कर अतिक्रमण से मुक्त कराकर कार्यवाई करें।इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री लक्ष्मी बीएस, उपजिलाधिकारी चंद्रभानु सिंह, क्षेत्राधिकारी उमाशंकर सिंह, तहसीलदार शक्ति प्रताप सिंह, बीडीओ नरायनपुर रामपाल, बीडीओ जमालपुर कुलदीप कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
गुणवत्ता परक जांच मे संदेह
चुनार, मिर्जापुर। अधिकारी के खिलाफ शिकायत की जांच जब अधिनस्थ कर्मचारी करेंगे, तो कैसे होगी गुणवत्ता परक निस्तारण। सनद रहे कि मौजा बहरामगंज निवासी ने चार नवंबर को समाधान दिवस मे राजस्व निरीक्षक दिनेश कुमार पाण्डेय व उनकें टीम के द्वारा सरहदी कासत्कार के भूमि पर पथरगड्डी करतें समय आराजी नंबर 52/3 रकबा 0′ 013 हे0भूमि के संपूर्ण भाग को विपक्षी कास्ततकार की भूमि राजस्व निरीक्षक द्वारा बताई गई। जिसके चलते बाप दादा के समय से 52/3 पर कास्त कर रहें कास्तकार से सरहदी कास्तकार से विवाद की स्थिति उत्पन्न होने पर समाधान दिवस के दौरान राजस्व निरीक्षक के कृत्यों की शिकायत की जांच अधिनस्थ राजस्व कर्मचारी से कराए जानें का मामला सामने आया है। ऐसे परिस्थिति में गुणवत्ता परक जांच संदेह के नजर से देखा जा रहा है।