धर्म संस्कृति

अद्भुत एवम अवर्णनीय रहा गोवर्धन नाथजी एवम तुलसीजी के विवाहोत्सव

मिर्जापुर।
देवोत्थान एकादशी के अवसर पर गुरुवार को नगर के सत्ती रोड स्थित श्री बेटीजी के मंदिर में श्री गोवर्धन नाथजी महाराज एवम तुलसी जी के विवाह का उत्सव अद्भुत एवम अवर्णनीय था। श्री गोवर्धन नाथ जी की छटा अदभुत व निराली लग रही थी,चरणों में पायल, कंठ में मुक्ताहार से पूर्ण, कर्ण में कुंडल, एक हाथ में बांसुरी, एक हाथ से आशीर्वाद मुखमंडल की आभा प्रसन्न मुद्रा में, भाल पर लाल तिलक, नीचे कटीले नैन, मोरमुकुट एवम वस्त्रों की शोभा निराली थी। मस्तक पर अर्धचंद्र, लगता था आज भगवान बैकुंठ से मिर्जापुर में पधारकर सभी भक्तों को दर्शन देकर कृतार्थ कर रहे हों।

ऐसा होना स्वाभाविक ही है क्योंकि आज भगवान का तुलसी जी के साथ विवाह का उत्सव को है। गन्ने के बने मंडप में तुलसी जी का स्वरूप अति शोभायमान हो रहा था। भक्तों के दर्शन का क्रम निरंतर बना रहा, सभी प्रभु के इस अप्रतिम सौंदर्य का रसास्वादन कर आल्हादित होते रहे। इस दौरान मंदिर की तरफ से प्रसाद वितरित होता रहा। यह जानकारी गोपाल कृष्ण लड्ढा ट्रस्टी ने बेटीजी का मंदिर ट्रस्ट ने दिया है।

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