मिर्जापुर।
स्ववित्तपोषित पाल्क संस्था द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर समाज के अंतिम पंक्ति में जीवन जी रहे बच्चों व परिवार के बीच बड़ा बगीचाँ व नई बस्ती में कार्यक्रम रखकर संविधान दिवस मनाया गया। बच्चों व महिलाओं को उनके अधिकार के बारे में बताये गये पर इन लोगो का कहना रहा कि हर सरकार सिर्फ योजनाएं बनाती है, पर उस पर क्रियान्वयन नहीं करती। जिस वजह से यह लोग आज भी शिक्षा, चिकित्सा के साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं से बहुत दूर है और सरकार के सारे प्रशाशनिक अधिकारी बाल श्रम अधिकारी आदि के साथ सांसद विधायक आदि के रहने के बाद भी यह बदहाल जीवन आज भी जी रहे है। इनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है, यह कई बार शिकायत कर चुके है पर इनको मदद नहीं मिली। यदि इनको भी सही से संविधान के अनुसार अधिकार मिले तो यह भी समाज की मुख्य धारा से जुड़ के देश का मान सम्मान बढ़ा सकते है। कार्यक्रम में संस्था द्वारा बच्चों को मिठाई, चॉकलेट आदि बाटकर उनको माल्यार्पण कर उनका हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम में कुंदन सोनकर, आर्य मोदनवाल, गोपाल जी वैद्य आदि उपस्थित रहे।