विश्व पटल पर मीरजापुर के पीतल को पहचान दिलाना मेटल क्राप्ट कार्यशाला का उद्देश्य -अनुप्रिया पटेल
रिद्धी वृद्धि वेंकट हाल में आयोजित किया गया एक दिवसीय मेटल क्राप्ट कार्यशाला
केन्द्रीय मंत्री व मा0 सांसद राज्य सभा एवं जिलाधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया शुभारम्भ
जेम पोर्टल पर जनपद के पीतल उत्पादो को कराये पंजीकरण
मीरजापुर 30 नवम्बर 2023- मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल के प्रयास एवं अध्यक्षता में आज जनपद के पीतल उद्यमियों के प्रशिक्षण के दृष्टिगत एक दिवसीय मेंटट क्राप्ट कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुरादाबाद, दिल्ली, वाराणसी आदि शहरो से बड़े उद्यमी उपस्थित रहें, जिनके द्वारा समय के अनुरूप बदलते तकनीक विधि से पीतल उत्पादो के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। कार्यशाला में मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल, श्री राम सकल मा0 सांसद राज्यसभा, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन तथा मुरादाबाद से आये पद्मश्री दिलशाद हुसैन एवं डाॅ रिजवी खान के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर शुभारभ किया गया।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये मा0 केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि विश्वपटल पर मीरजापुर के पीतल उत्पाद को पहचान दिलाने के उद्देश्य से आज इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। उन्होने उपस्थित उद्यमियों से अपील करते हुये कहा कि विभिन्न स्थानो से जो यहां पर विशेषज्ञ आये हुये है वे पीतल के डिजाइनिंग के लिये तकनीकी विधियों के बारे में जानकारियां देंगे। उन्होने कहा कि जनपद में इस तरह का कार्यशाला दूसरी बार आयोजित किया गया हैं। उन्होने कहा कि जनपद मीरजापुर का पीतल उद्योग लगभग 200 वर्ष पुराना उद्योग हैं। मा0 प्रधानमंत्री जी लोकल फार वोकल की बात करते है जिससे अपने प्राचीन परम्परागत स्थानीय उत्पादो को अधिक से अधिक महत्व दे सकें। उन्होेने कहा कि अपने स्थानीय कारीगरो को भी आगे बढ़ाने के लिये भारत सरकार के द्वारा कई योजनाए संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं के माध्यम से उनका सहयोग कर आगे बढ़ाया जा सकेगा। उन्होने कहा कि स्थानीय उत्पादो की पहंुच मात्र केवल स्टेट अन्दर नही अपितु दुनिया के बाजारों में हम उसे पहुचाए, यह सरकार इस विजन व दूर दृष्टि के साथ कार्य कर रही हैं। मा0 केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा यह संसदीय क्षेत्र मीरजापुर कालीन उत्पाद के लिये भी जाना जाता हैं तो वही पाटरी के मिट्टी के बर्तनो व पत्थर की शिल्पकारी के लिये जाना जाता है तथा अहरौरा क्षेत्र में लकड़ी के खिलौनो कें बारे में भी जाना जाता है। इसी के साथ हमारा यह नगर के विभिन्न मोहल्लों विशेषकर कसरट्टी जहां पीतल के व्यवसाय से हजारो परिवार इससे जुड़े हुये हैं, जो वषो से यह परम्परा चलती आ रही है। उन्होने कहा कि हम मंत्रालय के माध्यम से यह देखते है कि उत्तर प्रदेश से अधिक से अधिक जो पीतल का निर्यात होता है उसमें मुरादाबाद का बड़ा योगादान हैं। वहां पर एक से एक खूबसूरत डिजाइन के उत्पाद मुरादाबाद के कारीगरो के द्वारा बनाया जाता हैं। दिल्ली में लगायी गयी प्रदर्शनी में भी मुरादाबाद के स्टाल पर पीतल के डिजाइन के बर्तन मा0 प्रधानमंत्री जी को भी आकर्षित किया और मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा मुरादाबाद के उस प्रदर्शनी में लगाये गये घड़ा/कलश को मंगवाकर जर्मनी में राष्ट्राध्यक्ष को भेंट स्वरूप देंगे। यह उत्तर प्रदेश के लिये बहुत बड़ी व महत्वपूर्ण बात हैं। उन्होने कहा कि जब पीतल के उद्योग मे निर्यात में मुरादाबाद के कारीगारो का योगदान हो सकता है तो मीरजापुर के कारीगरो में यह गुण क्यो नही हो सकता। उन्होने कहा कि यह सवाल बार-बार हमारे मन में उठता हैं। उन्होने कहा कि हमारे द्वारा निरंतर यह प्रयास किया जा रहा है जनपद के विभिन्न उत्पाद चाहे वह चुनार के मिट्टी के पाटरी का बर्तन हो, अहरौरा के लकड़ी के खिलौने, पत्थर के शिल्पकार है उन्हे भी प्रशिक्षित किया जाय। इसी के दृष्टिगत पिछली बार भी एक कार्यशाला का आयोजन हमारे द्वारा कराया गया था जो चुनार में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कारीगर है उन्हे प्रशिक्षित करने के लिये। उन्होने कहा कि हमारा यही सोच रहा है किस तरह से इन कारीगरो की आमदनी को बढ़ाया जा सके। उन्होने कहा कि यह एक पारम्परिक कला है लेकिन जिस तरह से 200 वर्ष पहले बना रहे थे उसी तरह से आज भी बना रहे, परन्तु आज बदलते समय के अनुसार ग्राहक की जो मांग है वह भी बदल चुकी हैं। उन्होने कहा कि अच्छा व्यवसायी वह है बदलते हुये समय के साथ ग्राहक की बदलती हुयी मांग के अनुरूप उत्पाद की आपूर्ति करता हो। जिसमें डिजाइनिंग, मार्केटिंग बाइडिंग आदि भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि समय के अनुरूप अपने उत्पाद को मांग के अनुरूप बनाना होगा। उसी के लिये विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है पारम्परिक उत्पादो को बढ़ावा देने के लिये भारत सरकार द्वारा मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारो के लिये बिजली/मोटर संचालित चाक उपलब्ध कराने का काम किया हैं। जिसके तहत जनपद मीरजापुर में कुम्हाकारो को इलेक्ट्रिक चाक निशुल्क प्रदान किया गया है। उन्होने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जो एक्सपोर्ट वह पूरब की तरफ क्यो नही हो सकता हैं। हमारे यहां पाटरी पुराना व्यवसाय है परन्तु खुरजा के पाटरी आगे निकल गया है। इसके लिये एक प्रोजेक्ट की शुरूआत की गयी है जो शासन द्वारा स्वीकृति प्राप्त हो गयी है उसी के दृष्टिगत कार्यशाला का आयोजन कर योजनाओं के बारे में जाकारी देते हुये कारीगरो को खुरजा ले जाकर मौके पर दिखाते हुये प्रशिक्षित किया जायेगा ताकि उन्हे नई तकनीक मशीनरी, डिजाइन आदि के बारे में जानकारी हो सकें यह हमारा अगला कदम होगा। उन्होने कहा कि पीतल उद्यमियों के लिये इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है उसके बाद एक्सपोजर विजिट के लिये मुरादाबाद ले जायंेगे ताकि स्वंय आप लोग देख सके कि किस तरह से यहां कार्य किया जा रहा है उसी के अनुसार हम नये तरीके से हम उद्यम को दुनियो के बाजारों में बेच सकतें। उन्होने कहा कि जेम पोर्टल के माध्यम से देश के सभी सरकारी कार्यालयों सभी सामानो को क्रय किया जाता है। जेम पोर्टल के प्रतिनिधि भी यहा पर उपस्थित है उनके बताया गये विधि के अनुसार जानकारी प्राप्त करें तथा जेम पोर्टल पर भी पीतल उद्यमी अपना पंजीकरण कराये ताकि देश के प्रत्येक प्रदेशो के कार्यालयों में यहां का बर्तन क्रय किया जा सकें। उन्होने कहा कि हम सभी का प्रयास है कि दुनिया के नक्शे पर हमारा मीरजापुर दिखना चाहिये इससे सभी लोग प्रशिक्षण में बताये गये तकनीकी विधियों की जानकारी प्राप्त कर कार्य करे तभी यह सम्भव हो सकेगा।
इस अवसर पर मा0 सांसद राज्यसभा राम सकल ने भी मीरजापुर के पीतल उद्योग को पुराना व्यवसाय बताते हुये कहा कि अब समय मात्र परात, लोटा, पुरानी थाली आदि का समय न रहकर बदले युग के अनुसार प्रशिक्षण लेकर सामान बनाये ताकि मीरजापुर के बर्तन भी निर्यात की श्रेणी में आ सके। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि ओ0डी0ओ0पी0 के अन्तर्गत स्वारोजगार का बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया हैं। उन्होने कहा कि मुरादाबाद के कारीगरो व उद्यमियो के द्वारा अपने उत्पादो को समय के अनुसार अपग्रेड करते हुये अपने आप को दुनिया के बाजारो में स्थापित करने का प्रयास किया है जनपद के लोगभी कार्यशाला से लाभ उठाकर अपने उत्पाद को बढ़ा सकते हैं। उन्होने कहा कि कौशल विकास योजना के तहत भी जो प्रशिक्षण लेना चाहे वे प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। मुरादाबाद एवं मीरजापुर के उद्यमियों व कारीगरो का संुयक्त कार्यशाला का कार्यक्रम प्रशिक्षत कराया जायेगा जिससे लोग उसका लाभ उठा सकें। इस अवसर पर जेम पोर्टल के प्रतिनिधि अनुराग अवस्थी के द्वारा जेम पोर्टल के पंजीकरण व अन्य विधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक उद्योग, उद्योग विभाग भारत सरकार के प्रतिनिध एवं सहायक निदेशक उद्योग लखनऊ के अलावा उद्यमी विश्वनाथ अग्रवाल, आशीष कसेरा व संजय कसेरा, गोपाल दास अग्रवाल उर्फ रंजू अग्रवाल, राम कुमार विश्वकर्मा, हरिशंकर सिंह पटेल, ब्लाक प्रमुख कोन अनिल सिंह जिला अध्यक्ष इंजीनियर राम लौटन बिंद, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रेखा वर्मा, राष्ट्रीय सचिव श्री मेघनाथ पटेल, जिला महामंत्री हरिशंकर सिंह पटेल, राष्ट्रीय सचिव युवा मंच अजीत पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष डाक्टर अनिल सिंह पटेल, प्रदेश सचिव रामवृक्ष बिंद, जिला अध्यक्ष युवा मंच उदय पटेल, जिला अध्यक्ष आईटी मंच हेमंत कुमार बिंद, जिला मीडिया प्रभारी शंकर सिंह चैहान, विधानसभा अध्यक्ष विजय शंकर केसरी, जोन अध्यक्ष रतन जायसवाल, आदि लोग उपस्थित रहें।