सीएमओ मिर्जापुर ने पीएचसी पड़री में तैनात दो फार्मासिस्टों को किया निलम्बित; प्रभारी मंत्री नन्दी ने निरीक्षण के दौरान कमी मिलने पर जांच कर कार्रवाई का दिया था निर्देश
*जांच टीम द्वारा कमियां मिलने पर की गई कार्रवाई की संस्तुति*
**स्टॉक में दवा की शीशी मिली थी कम, एन्टी स्नैक वेनम व सिफलिक्स किट मिला था एक्सपायरी*
*जिम्मेदारियों के निर्वहन में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्तः नन्दी*
*शनिवार को जारी हुआ निलंबन आदेश*
प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनता को मिलता रहे और अधिकारी व कर्मचारी निष्ठापूर्वक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते रहें, यह सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री एवं जनपद मिर्जापुर के प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने पिछले दिनों जनपद मिर्जापुर में दो दिन प्रवास किया था। इस दौरान कई स्थानों पर निरीक्षण एवं भ्रमण के दौरान कमियां मिलने पर अधिकारियों को जांच व कार्रवाई का आदेश दिया था। जिस पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पड़री में प्रभारी मंत्री नन्दी द्वारा पाई गई कमियां सही मिलने पर सीएमओ मिर्जापुर ने शनिवार को वहां तैनात दो फार्मासिस्टों को निलम्बित कर दिया।
दिनांक 21 नवंबर को अपने प्रभारी जनपद मिर्जापुर में प्रवास के दौरान मंत्री नन्दी ने धान क्रय केंद्र, राजकीय चिकित्सालय, आंगनबाड़ी केंद्र, राजकीय चिकित्सालय, प्राथमिक विद्यालय के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पड़री का औचक निरीक्षण किया था। जहां मंत्री नन्दी ने दवाओं के साथ ही स्टॉक रजिस्टर को चेक किया था। इस दौरान मंत्री नन्दी ने रजिस्टर मेंटेनेंस के साथ ही दवाओं के रख-रखाव में कमी मिलने और कुछ एक्सपायरी दवाएं मिलने पर जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी को सम्बंधित फार्मासिस्टों के खिलाफ जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मंत्री नन्दी के आदेश पर सीएमओ मिर्जापुर ने टीम बनाकर जांच कराई तो जांच में कई खामियां सामने आई। सीएमओ द्वारा गठित टीम की जांच में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पड़री में मेट्रोनिडाजोल सीरप की 200 शीशी कम मिली, जिसका हिसाब मेंटेन नहीं था। यही नहीं औषधि वितरण रजिस्टर नहीं मिला, जिसे सम्बंधित फार्मासिस्टों द्वारा बनाया ही नहीं गया था। जांच में स्टॉक बुक एवं अन्य अभिलेखों का रख-रखाव सही प्रकार से नहीं मिला। एन्टी स्नैक वेनम व सिफलिक्स किट एक्सपायरी मिला था। साथ ही जांच में दवाओं की जानकारी एवं तथ्यों को छिपाने का प्रयास किया गया। जांच समिति द्वारा जांच में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पड़री में तैनात फार्मासिस्ट राकेश कुमार शर्मा एवं फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार द्वारा बरती गई लापरवाही की पुष्टि होने पर निलम्बन की संस्तुति की गई। जिसके आधार पर मुख्य चिकित्साधिकारी मिर्जापुर सीएल वर्मा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पड़री में तैनात फार्मासिस्ट राकेश कुमार शर्मा व प्रमोद कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए आदेश जारी किया।
मंत्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंत्रीगणों का जनता के बीच जाना, जनचौपाल आदि का मुख्य उद्देश्य विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित और अछूते रह गए लोगों को विकास की धारा में शामिल करना है। अधिकारी व कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करते रहें, यह भी सुनिश्चित करना है। ताकि आम जनता को सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलता रहे, लेकिन जिम्मेदारियों के निर्वहन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही बरतने और कमी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।