0 महिलाओं के सशक्त होने से भारत बनेगा विकसित देश, बेटियो को शिक्षा, स्वास्थ्य की तरफ बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता: राज्यपाल
0 आंगनबाड़ी के बच्चों से लेकर विश्वविद्यालय तक एक चैनल बनाकर शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता, सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं आगे चलकर होती है गोल्ड मेडलिस्ट: आनंदी बेन पटेल
0 राष्ट्रीय क्षय रोग के रोगियो, हाईस्कूल व इण्टरमीडियट में उत्कृष्ठ अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं, दिव्यांग बच्चों व उत्कृष्ठ कार्य करने वाली स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को साईकिल व प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
0 दूरदर्शिता, संकल्प शक्ति, साहसिक कौशल और राजनीतिक दक्षता का उदाहरण है महामहिम राज्यपाल: अनुप्रिया पटेल
0 राष्ट्रभक्ति स्वंतत्रता संग्राम सेनानी का देश की स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण योगदान: केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग
मिर्जापुर।
प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल के शनिवार को पुलिस लाइन हेलीपैड पर उतरने पर केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल, सांसद राज्यसभा राम सकल, सदस्य विधान परिषद श्याम नरायन सिंह उर्फ विनीत सिंह, विधायक नगर रत्नाकर मिश्र, विधायक मड़िहान रमाशंकर पटेल, विधायक मझवा डाॅ0 विनोद बिन्द, विधायक छानबे श्रीमती रिंकी कोल, मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल डाॅ0 मुथुकुमार स्वामी बी0, उप पुलिस महानिरीक्षक आर0पी0 सिंह, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन, चेयरमैन सहकारिता डाक्टर जगदीश सिंह पटेल, अध्यक्ष जिला पंचायत राजू कनौजिया, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मीरजापुर श्याम सुन्दर केसरी ने महामहिम राज्यपाल को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
राज्यपाल पुलिस लाइन से रवाना होकर कचहरी से भटौली मार्ग के दो-मुहिया तिराहे पर जनपद के महान स्वतंत्रा संग्राम सेनानी शहीद झूरी बिन्द के प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्राविधिक शिक्षा एवं उपभोक्ता मामले आशीष पटेल ने राज्यपाल का स्वागत करते हुये स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी सिंह के बारे में विस्तृत जानकारी दी। राज्यपाल वहां पर उपस्थित जनसमूह को भी हाथ जोड़कर अभिवादन किया।
तत्पश्चात राजकीय पालीटेक्निक परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में पहुचकर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के विभिन्न श्रेणी के 400 लाभार्थियो को टूल वितरण कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से 05 लाभार्थियो को महामहिम के कर कमलो द्वारा टूल वितरण प्रदान किया गया। आयोजित कार्यक्रम के तहत 125 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो को आंगनबाड़ी किट, क्षय रोग उन्मूलन के तहत गोद लिये जाने वाले 151 क्षय रोगियो को पोषण की पोटली, लगभग 100 से अधिक स्वंय सहायक समूह में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की तरफ से साइकिल वितरण तथा हाईस्कूल व इण्टरमीडियट में जनपद में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओ को अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की तरफ से साइकिल वितरण, प्राथमिक विद्यालयो के 10 दिव्यांग बच्चों को लो विजन किट का वितरण तथा प्राथमिक विद्यालयो में एम0डी0एम0 के तहत छात्र-छात्राओ को खाना खाने के लिये जिलाधिकारी के प्रयास से सी0एस0आर0 फंड के माध्यम से थाली एवं गिलास/बर्तन का वितरण, उद्यान विभाग द्वारा किसानो के जीवन स्तर को ऊपर उठाने तथा उनकी आमदनी को बढ़ाने के लिये जनपद में नया प्रयास कर 10 कृषको को खजूर की खेती करने के लिये खजूर का पौध का वितरण, जिला प्रोबेशन कार्यालय के द्वारा स्पांरशिप योजना के 10 बच्चो को रूपया चार हजार मासिक आर्थिक सहायता के प्रमाण पत्र वितरण, दिव्यांग जन एवं सशक्तिीकरण विभाग के लाभार्थियो को स्मार्ट केन/कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण का वितरण कार्यक्रम के तहत प्रत्येक योजनाओं के 05-05 लाभर्थियो को महामहिम श्री राज्यपाल के
द्वारा प्रतीकात्मक रूप से वितरण कर उन्हे प्रोत्साहित किया गया।
उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि आप सभी के बीच में आकर हमे अपार खुशी होती हैं। स्वतंत्रता आन्दोलन में जिसने अपना सर्वस जीवन बबार्द कर दिया ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी बिन्द की जी के भव्य व सुन्दर प्रतिमा को एक चैराहे पर अनावरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होने कहा कि आजादी के आन्दोलन में ऐसे कई वीर शहीद हुये व कई जेल गये तथा जीवन भर जेल में ही रहें। उन्होने अण्डमान निकोबार के जेल में रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जिक्र करते हुये कहा कि वे इस जेल में अनेक कठिनाईयों का सामना करते हुये जीते रहे और जेल से ही आजादी आन्दोलन में हिस्सा लेते रहें। उन्होने कहा कि कोई एक समाज के द्वारा भारत की आजादी नही मिली बल्कि सभी समाज के लोगो ने हिस्सा लेकर देश को आजाद कराया है चाहे वे पहाड़ियों में रहे हो चाहे जंगल के क्षेत्र में रहे हो सभी क्षेत्रो के रहने वाले लोग एकजुट होकर भारत की आजादी के लिये कार्य करते थे इन्ही सब के प्रयासो से आज हम सब आजाद भारत में जी रहे हैं।
उन्होने कहा कि हम सभी कर्तव्य बनता है आजादी तो हमे मिली लेकिन उनके जो सपने थे हमारे स्वतंत्रता वीरो का कि भारत विकास की तरफ बढ़े, सभ्य समाज की तरफ जाए देश शिक्षित हो। उन्होने कहा कि आज आजादी के 75वें वर्ष में ऐसे सभी शहीद वीरो को याद करने हम सभी जिम्मेदारी बनती है। उन्होने कहा कि उन सभी सपना देखा था कि भारत में राम राज्य होना चाहिये। इन्ही सब सपनो के साथ हमारे शहीद वीरो ने अपने परिवार की चिन्ता न करते हुये देश को आजाद कराने का कार्य किया। उन्होने कहा कि जब 25 वर्षो बाद के आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होंगी तो हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भारत की 140 करोड़ आबादी भी चाहती है कि हमारा भारत देश विकसित देश हों। उन्होने कहा कि विकसित भारत बनाने के लिये प्रत्येक योजनाओं का लाभ देश के कोने में बैठे प्रत्येक लाभार्थियो को मिले अभी तक जिन्हे प्रत्येक योजना का लाभ नही मिल पाया है वह योजना उनके घर तक पहंुचे। उन्होने कहा कि अभी तक जहां पानी नही पहंुचा है, रेल नही पहंुची है ऐसे क्षेत्रो में कार्य करने की आवश्यकता हैं।
राज्यपाल ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त समाज तभी होगा जब जिसके लिये बनती है एक-एक लाभार्थियों को योजना का लाभ उनके द्वारा तक पहंुचे और उसमें बिचैलियो की भागीदारी न हो तभी देश विकसित देश के मार्ग पर आगे बढ़ेगा। उन्होने कहा कि आज मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के तहत ऐसे-ऐसे बच्चों, लाभार्थियो को जनपद के कोने-कोने से लाकर उन्हे लाभान्वित किया जा रहा हैं। उन्होने बेटियो की शिक्षा पर बल देते हुये कहा कि प्रायः देखने में आता है कि लड़कियो को अधिंकाश सरकारी स्कूलो में तथा बेटो को प्राईवेट कांवेट स्कूलो मंे भेजा जाता है किन्तु यही सरकारी स्कूल के बच्चे जब इण्टर कालेज व विश्वविद्यालय में पहंुचते है तो वहां पर सरकारी स्कूल बच्चों को जब गोल्ड मेडलिस्ट की श्रेणी में सम्मानित किया जाता है तो उनमेें से 80 प्रतिशत गोल्डमेडलिस्ट लड़किया ही होती हैं। महामहिम श्री राज्यपाल जब लड़कियां/महिलाए आत्मनिर्भर होगी, शिक्षित होगी, स्वस्थ्य होगी तभी भारत विकसित होगा। उन्होने आंगनबाड़ी केेन्द्रो को सशक्त बनाने पर बल देते हुये कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आज बच्चों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के साथ ही अनेक क्षेत्रो में कार्य कर रही हैं। आंगनबाड़ी के बच्चों को स्वास्थ्य व शिक्षा के विकास के लिये प्रयास करने की आवश्यकता है क्योकि यही आंगनबाड़ी व प्राइमरी स्कूल के बच्चें आगे 25 वर्षो के बाद भारत को पूर्ण रूप से विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी से लेकर प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक व इण्टर तथा विश्वविद्यालय स्तर तक एक चैनल बनाने की आवश्यकता है विश्वविद्यालय के प्रोफेसरो/अध्यापको को कभी-कभी आंगनबाड़ी केन्द्रो में आकर पढ़ाना होगा तथा उन बच्चों को विश्वविद्यालय में ले जाकर भ्रमण कर शिक्षा के महत्व के बारे में बताने के दृष्टिगत कार्य करना होगा।
उन्होने कक्षा एक, कक्षा 06 तथा कक्षा 10 तक के अध्यापको आह्वान करते हुये कहा कि 06 वर्ष आयु तक के सभी बच्चों को कक्षा एक में दाखिला होना चाहिये तथा कक्षा 05 तक इस पर विशेष ध्यान देना चाहिये कि कोई भी बच्चा बीच में ड्राप आउट होकर घर न बैठ जाये इसी प्रकार कक्षा-06 से कक्षा-10 तक अध्यापक यह ध्यान दे कि कोई भी ड्राप आउट न हो यह हम सबकी जिम्मेदारी हैं। उन्होने स्वयं सहायता समूह के गठन के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि महिलाओं के समूह गठन से उनमें शिक्षा के प्रति चेतना जाग्रत हुयी है सभी माताओं का कर्तव्य है कि वे अपने बच्चियों को स्कूल अवश्य भेजे। उन्होने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है तथा अध्यापको की जिम्मेदारी है कि बच्चों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के साथ ही उनके खेल में तथा रहने की भी अच्छी व्यवस्था होनी चाहिये। उन्होने कहा कि पहले यह पता नही चलता था कि आंगनबाड़ी केन्द्र कहा चल रहे है कौन चला रहा है परन्तु जब मैं स्वंय गुजरात महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्री पद पर कार्यभार संभाली तो आंगनबाड़ी केन्द्रो सशक्त बनाने तथा उन्हे सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में आंगनबाड़ी केन्द्रो को मजबूत बनाने का कार्य हमारे द्वारा प्रत्येक जनपद में भ्रमण के द्वारा किया जा रहा हैं।
आंगनबाड़ी केन्द्रो में तीन से छः वर्ष आयु के बच्चें वहां आते है खाना पीना भी वही होता है तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा अनेक कार्य किया जा रहा हैं। उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा हमारी किशोरियों को स्वस्थ्य बनाने, गर्भवती महिलाओं की देखभाल सहित अन्य कार्य कर रही है जिसकी वजह से कुपोषित बच्चों की संख्या में काफी कमी आयी है, जो कुपोषित बच्चें हो रहे है उनको आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा देखभाल कर स्वस्थ्य करने का कार्य किया जा रहा हैं। उन्होेने कहा कि सरकार को बड़े-बड़े विभागो के साथ आंगनबाड़ी केन्द्रो पर प्राथमिकता पर ध्यान देने तथा सुविधाए उपलब्ध कराने की आवश्यकता हैं। टी0वी0 मुक्त भारत बनाने तथा आंगनबाड़ी केन्द्रो को सशक्त बनाने की दिशा मेें बल देते हुये राज्यपाल ने कहा कि पूरे देश टी0वी0 मुक्त बनाने के लिये हम लोगो अभियान चलाया और आज पूरे उत्तर प्रदेश में तीन लाख से अधिक टी0वी0 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। उन्होने कहा कि आगे भी यह कार्य चलता रहेगा। उन्होेने कहा कि यहां के लोगो का भी कर्तव्य बनता है कि प्रत्येक सक्षम व्यक्ति कम से कम एक-एक टी0वी0 मरीजो को गोद लेकर मीरजापुर को टी0वी0 मुक्त बनायें। और धीरे-धीरे करके कई एजेंसिया भी आगे आ रही है और टी0वी0 मुक्त भारत तथा शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं। उन्होने कहा कि आज हमने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल होते हुये ब आंगनबाड़ी केन्द्रो में 30000 किट पहंुचाया गया है और सरकार की मद्द से नही विभिन्न लोगो के स्पांरशिप के माध्यम से किया गया हैं।
केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी को बताते हुए गर्व है कि मा0महोदया गुजरात राज्य की प्रथम एवं अब तक महिला मुख्यमंत्री रूप में कार्य कर चुकी हैं और मुख्यमंत्री के रूप में आपका कार्यकाल वह वह अनगिनत उल्लेखनीय उपलब्धियां से भरा हुआ रहा। उन्होंने कहा कि आपका कार्यकाल की निरंतर चर्चा आम जनमानस के बीच होती रहती है, दूरदर्शिता संकल्प शक्ति साहसिक कौशल और राजनीतिक दक्षता का एक उदाहरण है राज्यपाल के रूप में हम सब के बीच में उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी की ओर से ऐसे प्रेरणादाई और अनुकरणीय व्यक्तित्व का हमारे मिर्जापुर जनपद में मां विंध्यवासिनी की धरती पर हृदय से अभिनंदन वंदन स्वागत करते हुये कहा कि आज का दिन हमारे जनपद के लिए एक यादगार क्षण होगा क्योंकि माननीय राजपाल महोदया जी के द्वारा एक बहुत ही ऐतिहासिक कार्य किया गया है इस कार्यक्रम स्थल पर आगमन से पूर्व माननीय राज्यपाल महोदया जी के कर कमलो द्वारा स्वतंत्रता सेनानी शहीद झूरी बिन्द जी के विशाल प्रतिमा का दो मुहिया तिराहे पर अनावरण आज संपन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि अनेक राष्ट्रभक्ति स्वतंत्रता संग्राम सेनानायक 1857 की क्रांति में अपना योगदान देने वाले शहीद झूरी बिन्द जी को आज स्मरण करने का दिन है उन्होंने लाखों करोड़ों लोगों को निरंतर प्रेरित किया है हमारे जनपद और आसपास के जनपद और पूरे राज्य में उनके बड़ी संख्या में अनुयाई हैं जिनके मन में लंबे समय से यह सपना पल रहा था कि उनके योगदान का सम्मान हो और इसलिए मैंने यह तय किया कि हमारे जनपद के एक प्रमुख चैराहे का मेरे संसदीय क्षेत्र विकास निधि से चैड़ीकरण और सुंदरीकरण होगा और उसे पर शहीद झूरी बिन्द जी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी और आज हम सभी के लिए अत्यंत आनंद का अत्यंत संतोष का अत्यंत खुशी का दिन है कि हमारे बीच में एक विराट व्यक्तित्व का आगमन हुआ है और उनके कर कमलो द्वारा यह शुभ कार्य शहीद झूरी बिंद जी के प्रतिमा के अनावरण आज संपन्न हुआ है।
उन्होंने कहा कि झूरी बिंद एक ऐसे जननायक के ऐसे स्वाधीनता संग्राम सेनानी के जिन्होंने अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने का कार्य किया था पूरे उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक के कारनामों से अंग्रेज थर-थर कांपते थे यहां तक की नाना साहब भी एक बार झूरी बिंद जी के अंग्रेजों से बचाने के लिए शरण देने का कार्य किया था ऐसी महान शख्सियत को आज हम सभी प्रणाम करते हैं उनको कोटि-कोटि नमन करते हैं। मा0केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश का आह्वान किया कि जब हम आजादी का अमृत काल मना रहे हैं जब हम देश की आजादी 75 वर्ष पूर्ण करने के उपरांत अगले 25 वर्षों में विकसित भारत की नीव रखने जा रहे हैं तो यह आवश्यक है कि जब हम इस हम अपने देश की आजादी के लिए मरने मिटने वालों का स्मरण करें देश के कोने-कोने मैं ऐसे तमाम आजादी के दीवाने बने जिन्होंने अंग्रेजों की गुलामी से देश को मुक्त करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी ऐसे भारत मां के वीर सपूतों का हम नमन करें स्मरण करें और भावी पीढ़ियां उनसे प्रेरणा प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि यदि हमें विकसित भारत राष्ट्र बनाना है तो हमें अपने इस लोकतंत्र की इस देश की स्वाधीनता के महत्व को समझाना पड़ेगा और पूरे देश की आजादी की कठिनाइयो से किन बलिदानों से मिली है इसको समझने के लिए देश के कोने में समय-समय पर जन्मे उन वीर सपूतों को हमें फिर से जीवित करना होगा और आने वाली पीढियो को याद कराना होगा उन्हें एहसास करना होगा कि इस लोकतंत्र का आजादी का महत्व क्या है आज प्रधानमंत्री जी के इस आह्वान के क्रम में हमारे अपने जनपद मिर्जापुर में ऐसे वीर एक स्वाधीनता संग्राम सेनानी झूरी बिंद जी को नमन करने के लिए इस आयोजन को अंजाम तक पहुंचाया है हम सभी पुनः उनके चरणों में सर झुका कर नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त आज एक और महत्वपूर्ण कार्य राजपाल जी के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार निरंतर नारी शक्ति को सशक्त करने पर बल दिया है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लेकर निरंतर 10 वर्षों तक कार्य करती रही भारत सरकार की तमाम योजनाएं देश के कोने-कोने में बेटियों को संरक्षित करने के लिए बेटियों के भविष्य को संवारने के लिए समर्पित रही। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति को स्वावलंबी बनाने के लिए केंद्रित रही और ऐसे अनेक उदाहरण हमारे बीच में है चाहे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना हो, हर घर नल से जल योजना हो, स्वच्छ भारत मिशन के तहत करोड़ शौचालय हो, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हमारी माता बहनों को संपत्ति का मिला हुआ मालिकाना हक हो, महिलाओं के बैंक में खोले गए खाते हो आदि ऐसी तमाम योजनाएं भारत सरकार चलाई है जिसके माध्यम से देश की नारी शक्ति को देश के ऐसे विकास जिसमें महिलाएं आगे बढ़कर के नेतृत्व करें इस अवधारणा को और प्रबल करने की दिशा में किया गया और इसी भावना को अपने मन में संजोते हुए हमने तय किया कि हमारे जनपद भर के 300 से अधिक विद्यालयों में पढ़ने वाली हमारी बेटियां और 12वीं में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हुई है जिन्होंने टाप किया है ऐसी तमाम ऐसी हमारी मेधावी बेटियों को आज राज्यपाल महोदय जी के द्वारा इस मंच पर सम्मानित करके बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे को और बुलंद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां हमारा भविष्य है और हम सभी को मिलकर निरंतर हमारे परिवार में हमारे समाज में हमारे देश में हर एक बेटी को सशक्त करने की दिशा में अपना-अपना योगदान देना चाहिए आज एक छोटी सी पहल इस कार्यक्रम में भी की जा रही है इसके अतिरिक्त राज्यपाल के द्वारा हमारी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को और हमारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी आज प्रोत्साहित किया जाएगा सम्मानित किया जाएगा हमारी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका है हमारे समाज के सशक्तिकरण कोरोना जैसी भीषण महामारी में हमारी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो, आशा कार्यकत्रियों ने कैसे अपनी जान को जोखिम में डालकर देश की सेवा करने का जो कार्य किया है और हमारी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां जिनके कारण भारत सरकार का पोषण मिशन आज गति प्राप्त कर रहा है उत्तर प्रदेश और देश के अंदर मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में गिरावट आई है इसमें बहुत बड़ी भूमिका हमारी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं आशा कार्यकत्रियों का है आज उनका भी माननीय राज्यपाल महोदया जी के द्वारा सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि आज स्वयं सहायता समूह की महिलाओ को माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली सरकार रही है उन्होंने कहा कि हाल ही में हमारी सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला किया है कि अब हमारी 3 करोड़ स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उनको ड्रोन पायलट बनने का कार्य हमारी सरकार द्वारा किया जाएगा ऐसे अनेकों अनेक कार्यक्रम हमारे भारत की सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार के द्वारा चलाए जा रहा है आज के इस अवसर पर राज्यपाल जी को पिछले 10 वर्षों में मिर्जापुर हर प्रकार से उत्तर प्रदेश सरकार 7 सालों से डबल इंजन की सरकार होने के कारण जो प्रगति की नई ऊंचाइयां प्राप्त की है।
उन्होंने कहा कि हमारा मिर्जापुर जनपद उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े जनपदों में एक समझा जाता रहा है एक ऐसा जनपद जो अपने पहचान के लिए लंबे समय से संकट से जूझता रहा किंतु आज मुझे कहते हुए हर्ष हो रहा है कि और गर्भ भी है कि हमारे भारत की सरकार उत्तर प्रदेश की सरकार जब से एक साथ सजाने संवारने में लगी तो हमारे मिर्जापुर में तरक्की की एक नई लहर आगे बढ़ने का गौरव प्राप्त किया है।
कार्यक्रम में सांसद राज्यसभा रामसकल व प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने भी अपने उद्बोधन से राज्यपाल का स्वागत व अभिनन्द किया। इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद श्याम नरायण सिंह उर्फ विनीत सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत राजू कनौजिया, विधायक मड़िहान रमाशंकर पटेल, विधायक मझवा डाॅ विनोद बिन्द, मण्डलायुक्त डाॅ0 मुथुकुमार स्वामी बी0, उप पुलिस महानिरीक्षक आर0पी0 सिंह, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक अभिनन्द, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल, मुख्य राजस्व अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह उपस्थित रहें।
जनपद न्यायालय में विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट में एक पद हेतु आवेदन आमंत्रित
मिर्जापुर। जनपद न्यायाधीश महोदय ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से सर्व साधारण को सूचित करते हुये कहा कि जनपद न्यायालय मीरजापुर में विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट का एक पद रिक्त हैं।, जिस पर दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 13 के अन्तर्गत नियुक्ति हेतु मा0 उच्च न्यायालय के आदेशानुसार नियत प्रारूप पर आवेदन आमंत्रित किये जाते हैं। ओवदन करना वाले अभ्यर्थी सरकारी कर्मचारी हो या रहा हो, विधि स्नातक हो या माननीय उच्च न्यायालय की संतुष्टि के अनुसार विधिक मामलों में विशेष अनुभव रखता हो, पदभार ग्रहण करने की तिथि से 04 वर्ष तक या 70 वर्ष की आयु तक जो पहले अपना आवेदन दिनांक 31 मार्च 2024 तक जनपद न्यायाधीश मीरजापुर में उपलब्ध करा सकता हैं। आवेदक कार्यालयावधि में आवेदन पत्र निःशुल्क जनपद न्यायाधीश, मीरजापुर कार्यालय अथवा मानीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के बेबसाईट www.allahabadhighcourt.in पर प्राप्त कर सकते हैं।