0 दिन भर चले सीज की कार्रवाई से खनन कारोबारियों में मचा रहा हड़कंप, व्यवसाय भी रहा ठप
अहरौरा, मिर्जापुर।
क्षेत्र के सोनपुर भगौतीदेई में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेश पर उपजिलाधिकारी चुनार राजेश कुमार वर्मा वर्मा व क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड केके मौर्य की संयुक्त टीम के द्वारा 21 क्रशर प्लांट को सीज किया गया। क्षेत्र के अभियान कंस्ट्रक्शन, महाकाल माईनिंग कंस्ट्रक्शन इंटरप्राइजेज, एस यू इंटरप्राइजेज, उमा स्टोन वर्क्स, आइडियल विजन, राज एसोसिएट क्रशर, राजलक्ष्मी इंटरप्राइजेज, मां शीतला स्टोन, पीवीआर इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, सत्यनारायन सिंह कन्ट्रक्शन, एलिट स्टोन, गंगासागर सिंह स्टोन, नीलम सिंह (माँ विंध्यवासिनी स्टोन वर्क्स), राजेश भाई पटेल, राजू स्टोन प्रोडक्ट, रऊफ खान, रिया इंटरप्राइजेज, न्यू अष्टभुजा स्टोन, श्री बजरंग स्टोन, राजेश भाई पटेल स्टोन शामिल रहे। प्रदूषण विभाग की इस कार्रवाई से सोनपुर, भगवतीदेई में पत्थर का व्यवसाय पूरे दिन ठप रहा।
एनजीटी की इस कार्रवाई से खनन कारोबारियों में रोष भी रहा। वही कुछ व्यवसाईयों ने नाम न बताने के शर्त पर कहा कि एनजीटी की कार्रवाई में बिना मानक तय किए कुछ व्यवसाई कटर प्लांट को छोड़ दिया गया है वही कुछ प्लांट को सील किया गया है, इस सील की कार्रवाई से भेदभाव अपनाया गया है।
आठ महीनो से बंद दो प्लांट को भी एनजीटी ने किया सील
उपजिलाधिकारी चुनार एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभाग की कार्रवाई में दिलचस्प यह रहा की भगौतीदेई में स्थित राजू स्टोन प्रोडक्ट क्रेशर प्लांट जो की आठ माह से बंद पड़ा हुआ है राजू स्टोन प्रोडक्ट पर क्रशर प्लांट मशीन भी नहीं खड़ा हुआ है उसके बावजूद सील की कार्रवाई की गई।
वहीं दूसरी तरफ सोनपुर स्थित राजलक्ष्मी इंटरप्राइजेज स्टोन दो पार्टनर कारोबार को लेकर हुए विवाद में लगभग 12 माह से बंद पड़ा हुआ था इसके बावजूद एनजीटी के आदेश को अमली जामा पहना हुए उपजिलाधिकारी एवं प्रदूषण विभाग ने बंद पड़े क्रशर प्लांट को भी सील कर दिया अब यह तो एनजीटी ही मानक तय करेगा कि बंद प्लांट से प्रदूषण कैसे फैलेगा। फिलहाल यह तो जांच का विषय है। उसी दौरान थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश सिंह मय पुलिस फोर्स के साथ रहे।