0 नीति एवं नियम के विरूद्ध आवश्यक सुविधा दिये बगैर थोपे जा रहे कार्य स्वीकार्य नहीं: सत्यव्रत सिंह चंदेल
मिर्जापुर।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की मासिक जिला बैठक शुक्रवार, 15 मार्च को नगर के फतहा स्थित पंडित मदन मोहन मालवीय कंपोजिट विद्यालय के सभागार में जिलाध्यक्ष राजनाथ तिवारी एवं जिला महामंत्री सत्यव्रत सिंह चंदेल की उपस्थिति मे संपन्न हुई। बैठक मे जिले के सभी नगर पालिका/पंचायत एवं विकास खंडो से पहुचे पदाधिकारीगण ने विभिन्न शिक्षक समस्याओं पर विमर्श किया और उसके निराकरण के लिए जिला कमेटी द्वारा आश्वस्त भी किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष राजनाथ तिवारी ने कहाकि लंबित चल रहे चयन वेतन मान हेतु पत्रावली बीएसए कार्यालय मे विगत छ माह से अबतक लंबित पडी है, इसका शीघ्र निस्तारण कर चयन वेतन शीघ्र लगाया जाय। जिलाध्यक्ष ने कहाकि सभी ब्लॉकस्तरीय पदाधिकारी ब्लॉक स्तरीय समस्याओं का संज्ञान खंड शिक्षा अधिकारियों को अवश्य लाएं। ब्लॉक स्तर पर निराकरण नहीं हो पाता है, तो निश्चित तौर पर जिला स्तर पर संगठन उसे समस्या का निराकरण कराएगा और इसके लिए आवश्यकता पड़ी, तो संगठन संघर्ष भी करेगा।
जिला महामंत्री सत्यव्रत सिंह चंदेल ने टेबलेट उपयोग सहितपंजिकाओ के डीजिटलाइजेशन के विरोध मे बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ के मुख्य कार्यालय के गेट पर ताला बंदी के उपरान्त संगठन को मिले डीजी कंचन वर्मा द्वारा आश्वासन के बाबत चर्चा किया गया। उन्होने कहाकि संगठन नीति एवं नियम के विरूद्ध आवश्यक सुविधा दिये बगैर थोपी जा रही कोई भी कार्य स्वीकार नहीं करेगा और इसका कडाई से विरोध करेगा।
पिछले बैठक मे आए बिन्दुओं की समीक्षा करते हुए जिलाध्यक्ष ने जिले के निलंबित अध्यापक को शीघ्र बहाल कराने हेतु प्रभावी कार्यवाही पर बल दिया। जिला संगठन मंत्री अनिल त्रिपाठी ने कहाकि प्रत्येक ब्लॉकों में संयोजक एवं सहसंयोजक का गठन हो चुका है कुछ ब्लॉक में 33 सदस्य कमेटी भी गठित हो गई है, लेकिन कई ब्लॉक 33 सदस्य कमेटी का गठन नहीं कर सके हैं, गठन प्रक्रिया पूर्ण कर सूची 31 मार्च से पूर्व अवश्य उपलब्ध कराए। साथ ही संगठन को और अधिक सशक्त बनाने का मंत्र भी दिया।
इस अवसर पर विभिन्न ब्लॉक अध्यक्षों द्वारा शिक्षक उत्पीड़न से संबंधित कई समस्याओं सहित सीसीएल एवं अन्य समस्याओं यथा प्रशिक्षण का स्टाईपेड न मिलने, बोर्ड परीक्षा ड्यूटी का मानदेय न मिलने आदि को विकास खंडवार रखा गया, इसके निराकरण हेतु जिला संगठन द्वारा आश्वस्त किया गया और कहा गया कि संगठन पूर्व परंपराओं को तोड़ते हुए शिक्षकों की समस्या का तत्परता से निराकरण कराएगा, लेकिन इसके लिए शिक्षकों को समय देना और धैर्य रखना होगा।
इस दौरान पर जिलाध्यक्ष राजनाथ तिवारी ने संगठन विस्तार करते हुए कोन ब्लाक की कार्यकारिणी का गठन कर घोषणा किया, जिसमे सर्वेश त्रिपाठी को अध्यक्ष, राजीव मौर्या की महामंत्री, राहुल प्रताप सिंह व लाल प्रताप सिंह को उपाध्यक्ष, विनय तिवारी को संरक्षक एवं विनोद मिश्रा को मंत्री नामित किया। साथ ही पहाडी कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए नवीन तिवारी एवं स्वतंत्र पाल को ब्लाक उपाध्यक्ष नामित किया, जिनका सभी पदाधिकारीगण ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।
बैठक में प्रमुख रूप से शिवाकांत दीक्षित, वीरभानु सिंह, मनोज शुक्ला, अनिल प्रकाश द्विवेदी, गीता सिंह, राघवेंद्र कुंवर शुक्ल, विमलेश अग्रहरि, सत्य प्रकाश दुबे, एकलाख अहमद, त्रिलोकी सिंह, रजनीश दूबे, शैलेष मिश्रा, अशोक कुमार सिंह, गणेश ओझा, अजय कुमार सिंह, राकेश सिंह, कमलेश कुमार गिरी, आलोक सिंह, फिरदौस असलम, सुरेन्द्र कुमार राय, बुझारत कुमार, लक्ष्मी नारायण, प्रमोद गुप्ता, विवेक पांडे, वरुण प्रकाश शुक्ला, महेश दूबे, मंजीत कुमार त्रिपाठी, मनोज मिश्रा, मनोज कुमार सिंह, विनय तिवारी, जितेंद्र कुमार सिंह, अंजनी कुमार सिंह, ललित कुमार मौर्य, प्रदीप कुमार तिवारी, रजदेव सिंह, सुरजीत सिंह, विन्ध्यवासिनी गुप्ता, संतोष कुमार तिवारी, राजन शुक्ल, शिवशंकर गुप्त, विनय तिवारी, विनोद कुमार मिश्र, विवेक पांडे, महेश दूबे, दिनेश श्रीवास्तव, मनोज सिंह, संजय यादव, आलोक सिंह, सुर्यकेश आनंद, उदय कुमार, अविनाश चौधरी आदि मौजूद रहे। संचालन जिला संगठन मंत्री अनिल त्रिपाठी ने किया।