पीठासीन अधिकारियों व प्रथम मतदान अधिकारियों को सकुशल चुनाव कराने हेतु दिया गया प्रशिक्षण
0 सेक्टर मजिस्ट्रेट की अनुमति के बाद निर्धारित वाहन से बूथ के लिए प्रस्थान करेंगे मतदान कार्मिक
मीरजापुर।
जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निंरजन के मार्ग निर्देशन में राजकीय इंटर कालेज महुवरिया में निर्वाचन कार्मिकों के प्रशिक्षण के दूसरे दिन पीठीसीन अधिकारियों व प्रथम मतदान कार्मिकों को सकुशल चुनाव कराने के सम्बन्ध में प्रत्येक बिन्दुाओं पर प्रशिक्षित किया गया।
इस अवसर पर प्रभारी अधिकारी कार्मिक/मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने प्रशिक्षण देने वाले मतदान कार्मिकों से लिये गये प्रशिक्षण के ई0वी0एम0 मशीन संचालन के सम्बन्ध प्रश्न पूॅछकर जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि जितनी अच्छी तरीके से प्रशिक्षण के दौरान जानकारी प्राप्त करेगें तथा ईवीएम मशीनों के संचालन के बारे में सीखेगें उतनी बच्छी तरीके से चुनाच सम्बन्न करा सकेगें।
इस अवसर पर मास्टर ट््रेनरों में प्रशिक्षण अधिकाारी ए0के0 सिंह, उप प्राचार्य जीआईसी महेन्द्र कुमार, उप निदेशक कृशि लोकेश कुमार पटेल, उपायुक्त एनआरएलएम अनय मिश्रा, जिला विकास अधिकारी श्रचण कुमार राय के द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान पीठासीन अधिकारियों व कार्मिकों को बताया गया कि पोलिंग पार्टियों की रवानगी, ई०वी०एम० एवं मतदान सामग्री चेक करने, संतुष्ट होने तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट को सूचना देने के बाद निर्धारित वाहन में मतदान सामग्री सहित पार्टी के सभी सदस्यों के साथ बैठें। सेक्टर मजिस्ट्रेट की अनुमति के बाद निर्धारित वाहन से बूथ के लिए प्रस्थान करेंगे।
मतदान बूथ पर पहुँचने पर बूथ का निरीक्षण करें। वोटिंग कम्पार्टमेंट तैयार कर लें। वोटिंग कम्पार्टमेन्ट खिड़की एवं दरवाजे के पास न हो। वोटिंग कम्पार्टमेंट के पास पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए उक्त यह भी सुनिश्ख्ति की जाए कि स्थल से मतदान की गोपनीयता भंग न होने पाये करें। वोटिंग कम्पार्टमेंट में जहाँ पर वीवीपैट रखा जाए वहाँ पर यह सुनिश्चित कर लें कि वीवीपैट पर सीधा प्रकाशध्रोशनी ध् धूप न पड़े । बूथ के अंदर मतदान कार्मिकों एवं एजेण्ट के बैठने हेतु स्थान का निर्धारण सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर कर लें। कुर्सी फर्नीचर की व्यवस्था को देख लें। मतदाता के बूथ के अंदर प्रवेश एवं निकासी का रास्ता बना है अथवा नहीं इसे भी देख लें। बूथ के अंदर कोई ऐसा प्रतीक चिन्ह या फोटो हो जिसके कारण निर्वाचन की सुचिता प्रभावित हो सकती हैण् को हटा दें। बूथ से 200 मीटर एरिया का अवलोकन कर उक्त परिधि के अंदर किसी भी पार्टी ध् उम्मीदवार का पोस्टर बैनर या कोई प्रचार सामग्री इत्यादि नहीं होना चाहिए इसे सुनिश्चित करें। पुनः प्रत्येक सामग्री का मिलान कर लें यदि कोई कमी हो तो सेक्टर मजिस्ट्रेट के आने पर उन्हें बता कर प्राप्त कर लें। सेक्टर मजि० के आने पर पुनः उनका मोबाइल नंबर नोट करें। विभिन्न प्रकार के प्रपत्रों एवं लिफाफों पर ऐसी प्रविष्टियों जिसको पूर्व से भर सकते है भर लें। बूथ पर ही निवास करें, भूलकर किसी का आतिथ्य स्वीकार न करें और न ही किसी मादक पदार्थ का सेवन करें। अनावश्यक ईधर.उधर न घूमें। पूरी मतदान प्रक्रिया के संबंध में उपलब्ध कराये गये पीठासीन अधि० की हस्तपुस्तिका और इस शार्ट नोट को पढ़ कर चरणबद्ध तरीके से कार्यवाही को समझ लें।
मॉकपोलध्दिखावटी मतदान की कार्यवाही के सम्बन्ध में बताया गया कि वास्तविक मतदान प्रारम्भ होने से 90 मिनट पूर्व मॉकपोल की कार्यवाही अनिवार्य रूप से प्रारम्भ करें। मॉकपोल के समय कम से कम अलग.अलग उम्मीदवारों के 02 पोलिंग एजेण्ट की उपस्थिति अनिवार्य है। यदि 02 पोलिंग एजेण्ट उपस्थित नहीं है तो पीठासीन अधिकारी 15 मिनट प्रतीक्षा करें। 15 मिनट प्रतीक्षा करने के बाद भी पोलिंग एजेण्ट उपस्थित नहीं होते है तो पीठासीन अधिकारी मतदान कार्मिकों के साथ मॉकपोल की कार्यवाही प्रारम्भ कर दें। यदि बूथ पर वीडियोग्राफर ध् फोटोग्राफर उपलब्ध है तो मॉकपोल की सम्पूर्ण कार्यवाही की वीडियोग्राफी होगी। यदि माइकोआब्जर्वर नियुक्त है तो वे भी मॉकपोल की पूरी प्रक्रिया का आब्जर्बवेशन करेंगे मॉकपोल की कार्यवाही बोटिंग कम्पार्टमेंट में होगी। वोटिंग कम्पार्टमेंट में बी०यू० के बायें साइड में वीवीपैट रखा जायेगा। सी०यू० तृतीय मतदान अधिकारी की मेज पर रखी जायेगी। एक मतदान अधिकारी वोटिंग कम्पार्टमेन्ट में उपस्थित रहकर मौकपोल में डाले गये वोटो का लेखा.जोखा तैयार करें। पोलिंग एजेण्ट को वीवीपैट का ड्राप बाक्स खोलकर दिखा दें कि वह खाली है। मॉकपोल में कम से कम 50 वोट डाले जायेंगे और प्रत्येक उम्मीदवार के नीले बटन को एक-एक बार दबाना अनिवार्य है। एजेण्ट यदि उपस्थित है तो उनके द्वारा ही नीला बटन दबाया जायेगा। मॉकपोल के लिए सी०यू० के पावर स्वीच को ऑन करने से पूर्व पुनः एक बार देख लें कि वीवीपैट के पीछे बना ब्लैक नॉब वर्किंग पोजिशन यानी वर्टिकल यानी खड़े अवस्था में है, यदि नहीं तो तत्काल उसको वर्किंग पोजिशन यानी खड़े अवस्था में करें फिर सी०यू० का पॉवर स्वीच ऑन करें। सी०यू० का ऑन लैम्प और वीवीपैट का लैम्प हरा रंग में जल जायेगा। इसके अतिरिक्त ई0वी0एम0 मशीनों के संचालन के बारे में टीम बनाकर कार्मिकों से चलवा कर प्रशिक्षित किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण की मांग करते हुये निर्देशित किया अगले दिन के प्रशिक्षण में उपस्थित होकर प्रशिक्षण प्राप्त करें अन्यथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत कायघर््वाई के साथ विभागीय कार्यवाई भी जायेगी।