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कथक वर्कशाप के आठ दिवसीय मेगा शो मे सिखाई गई कथक की विभिन्न शैलियां

मीरजापुर।

डैफोडिल्स पब्लिक स्कूल के तत्वाधान से आठ दिवसीय कत्थक की वर्कशॉप 5 मई से 12 मई तक में क्लासिकल, सेमी क्लासिकल बॉलीवुड कत्थक की क्लास नार घाट में चलाई गई। कत्थक नृत्य उत्तर भारतीय शास्त्रीय नृत्य है, जिसमें शहर के 20 से 25 बच्चों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के लिए काशी की प्रसिद्ध नृत्यांगना सुश्री संगीता सिन्हा जी जो कि पद्मभूषण पंडित बिरजू महाराज की वरिष्ठ शिष्या हैं। इन्होंने स्वयं इन बच्चों को कत्थक की विभिन्न शैली सिखाई और साथ में उनकी सुपुत्री उर्वशी श्रीवास्तव जिन्होंने बिरजू महाराज जी से बचपन से कत्थक का प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उन्होंने भी अपना योगदान दिया। इस आठ दिवसीय वर्कशाप का मेगा शो 12 मई को लोहिया तालाब में डैफोडिल्स पब्लिक स्कूल के सभागार में शाम 5:00 बजे शहर के गणमान्य लोगों के बीच प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में पदम श्री पुरस्कार से सम्मानित श्रीमती उर्मिला श्रीवास्तव जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति रही। कथक एक शास्त्रीय नृत्य है और इसके प्रचार प्रसार के लिए यह वर्कशॉप चलाया गया। श्रीमती संगीता सिंह जी के सही मार्गदर्शन में जिले के बच्चों ने विभिन्न प्रकार के कत्थक शैलियों को सीखा। मेगा शो के इस कार्यक्रम में बच्चों ने शानदार प्रस्तुतियां देकर सभी को सम्मोहित कर दिया। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती संगीता सिंन्हा जी को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की संयोजिका डैफोडिल्स पब्लिक स्कूल की निर्देशिका श्रीमती अपराजिता सिंह जी थी उन्हीं के दिशा निर्देशन में मिर्जापुर की जनता के लिए कत्थक का आठ दिनों तक चलने वाला वर्कशॉप रखा गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती अंशु शर्मा, श्रीमती प्रेरणा तिवारी का भी पूर्ण सहयोग रहा।

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