News

तम्बाकू निषेद्य विषय पर जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन; नशा छोड़ने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति का होना अति आवश्यक: न्यायाधीश विनय आर्या

मिर्जापुर।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर तथा स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल पाल के आदेशानुसार 31 मई 2024 को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर नटवा स्थित कारपेट कम्पनी के कर्मचारियों के हितार्थ तम्बाकू निषेद्य विषय पर जागरूकता शिविर का आयोजन अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव डीएलएसए विनय आर्या द्वारा किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव अपर जनपद न्यायाधीश विनय आर्या ने विश्व तम्बाकू निषेद्य दिवस के अवसर पर उपस्थित कर्मचारियों/ वर्कर को तम्बाकू गुटका छोड़ने का संकल्प दिलाये कि खुद भी नशा नहीं करेगें और अन्य लोगों को भी नशा न करने की नसीहत से प्रोत्साहित करेंगे और बताया कि तम्बाकू पान, बीढी, सिगरेट, गुटका, के सेवन करने वाले व्यक्ति को हृदयरोग, मुधमेह, टीबी, लकया, दृष्टि विहीनता, फेफडे के रोग व कैसर नामक की बीमारी हो जाती है। इन बीमारियों से प्रत्येक 6.5 सेकेण्ड में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। तम्बाकू में निकोटिन नामक तत्य की मात्रा ज्यादा होने के कारण इन्सान को नशे का आदी तो बनाता ही है। साथ ही उसके दुष्प्रभाव से मानव के शरीर में अनेकों बीमारियों जन्म लेने लगती हैं। उन्होने यह भी बताया कि नशा छोड़ने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति का होना अति आवश्यक है, तभी तम्बाकू शराब, पान, बीडी सिगरेट, गुटका, गुल मंजन आदि को छोड़ने में सफलता मिलेगी। यह भी बताया कि महिलाओं का उत्पीड़न, तथा कार्य स्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न सरकारी कार्यालयों निजी क्षेत्र, गैर सरकारी संगठनों और असंगठित क्षेत्र के निवारण हेतु निवारण निषेध एवं निदान अधिनियम-2013 कानून बना है जिसमें अपराधी को सजा हो सकती है। उन्होने बालिकाओं/महिलाओं के मासिक धर्म पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बालिकाओं को मासिक धर्म एवं स्वच्छ सनेटरी पैड इस्तेमाल करने के बारे में माताओं को जानकारी देने की आवश्यकता है, जिससे असाध्य बीमारियों से बचा जा सकता है।

तम्बाकू निषेध विशेषज्ञ डाक्टर राजेश कुमार यादव, विशेषज्ञ शालनी सिंह ने उपस्थितजनो को बताया कि तम्बाकू का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है, जिसके सेवन से विश्व भर में 60 लाख लोग हर साल अपनी जान गवाते है। 9 लाख भारतीय प्रतिवर्ष तम्बाकू के सेवन से मरते है। तम्बाकू गुटका, पान मसाला का सेवन काफी प्रतिशत में पुरुष, महिलांये, बच्चे कर रहे है। काफी हद तक तो 15 वर्ष की आयु युवापीढ़ी के लोग नशा कर रहे है। नशा करने का दुष्परिणाम उन्हें बाद में मालूम होता है, जब शरीर में कैंसर जैसी बिमारियों उत्पन्न होने लगती है।
डा० संजय कुमार, किशोर स्वास्थ्य परामर्शदाता, डा० अभिषेक सोनकर, मनोचिकित्सक कार्यकर्ता, डा० शालिनी सिंह मनः चिकित्सक/कोन्सिलर एवं लीगल एड डिफेन्स चीफ श्री विजय कुमार त्रिपाठी ने उपस्थित सभी कम्पनी के कर्मचारियों को तम्बाकू सेवन से हानि व बचाये, बालिकाओं को मासिकधर्म एवं स्वच्छ सनेटरी पैड इस्तेमाल करने तथा महिलाओं का यौन उत्पीड़न सरकारी कार्यालयों निजी क्षेत्र, गैर सरकारी संगठनों और असंगठित क्षेत्र के निवारण पर विस्तार से जानकारी दिए।

जागरूकता शिविर में दीपक कुमार श्रीवास्तव, पीएलवी जय प्रकाश सरोज, प्रदीप श्रीवास्तव, महेन्द्र यादव कारपेट कम्पनी के समस्त वर्कर एवं समस्त स्टाफ उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बताये और सहयोग प्रदान किए।

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!