मिर्जापुर।
मध्य प्रदेश के नर्मदा पुरम से राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी क्षेत्र वाराणसी में जनसंपर्क के दौरान लोगों से भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की। इस दौरान काशी व्यापार मंडल एवं स्वर्णकार समाज वाराणसी द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान कैलाश सोनी को जगह-जगह सम्मानित करते हुए माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात मिर्जापुर के लाल डिग्गी स्थित मिलन पैलेस में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्वर्णकार समाज के जिलाध्यक्ष अमरनाथ सेठ के नेतृत्व में तथा समरजीत सिंह स्वर्णकार एवं मदन गोपाल सोनी के संरक्षण में राज्यसभा सांसद का माल्यार्पण एवं अंगवस्त्रं प्रदान करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया। इस दौरान वर्ष 1968 में तत्कालीन मोरारजी देसाई सरकार द्वारा ले गए गोल्ड कंट्रोल एक्ट के उपरांत स्वर्णकार बिरादरी विशेष कर सुनारी के पेशे से जुड़े लोगों के विस्थापन की चर्चा के दौरान समाज के पुनर्वास पर प्रकाश डालते हुए कैलाश सोनी ने कहा कि मध्यप्रदेश की भांति उत्तर प्रदेश में भी स्वर्ण कला बोर्ड की स्थापना की आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि निश्चय ही सुनारी के कार्य से जुड़े लोगों के समक्ष हमेशा जानमाल को खतरा तथा प्रशासनिक कार्रवाई का खतरा बना रहता है जिसके लिए स्वर्णकार समाज के लोगों को अधिक से अधिक संख्या बल के साथ केंद्र एवं प्रदेश सरकार के समक्ष प्रजातांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को उठाने के पश्चात वे खुद समस्याओं के समाधान पर विचार करेंगे।उन्होंने बताया कि राज्यसभा में उनके द्वारा मामला उठाए जाने पर पहली बार विश्वकर्मा योजना में सुनार एवं उनके पेशे को शामिल किया गया है। जिसके तहत विश्वकर्मा, बढई, सुनार सहित अन्य पुश्तैनी पेशे से जुड़े लोगों को सरकारी खर्चे पर ट्रेनिंग दिलाने के पश्चात सर्टिफिकेट प्रदान करते हुए उन्हें पहली किश्त में मात्र पांच फ़ीसदी ब्याज दर पर खुद के व्यवसाय हेतु बैंकों से लोन दिलाए जाते हैं, जिसकी रिकवरी होने के पश्चात पुनः 6 लाख रुपए तक का कर्ज़ दिलाया जाता है। इस दौरान स्वर्णकार समाज मिर्जापुर के जिलाध्यक्ष अमरनाथ सेठ के अलावा समरजीत सिंह स्वर्णकार, मदन गोपाल सोनी, रामसागर सेठ, वाराणसी व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक राजीव वर्मा, दिलीप सेठ, दीपचंद सोनी, अभिषेक सेठ सहित बड़ी संख्या में स्वर्णकार समाज के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।