मिर्जापुर।
नगर पालिका परिषद जहा पर स्वच्छता अभियान समय समय पर चलाता रहता है, वही पर उनके सफाई कर्मचारी प्लास्टिक एवम पॉलीथीन युक्त कचरे प्रतिदिन जलाकर पर्यावरण में जहरीली गैस घोल रहे है, जिससे आस पास के लोगो का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है।
आवास विकास कालोनी में गुरु नानक इंटर कॉलेज के बाउंड्री के पीछे प्रत्येक दिन सफाई कर्मचारी द्वारा कूड़ा फेकने के लिए कूड़े की गाड़ी रख दी जाती है, जहा आस पास के लोग अपने घरों के कूड़े गाड़ी में डाल ते है। शाम तक कूड़े की गाड़ी से कुत्ते एवम छुट्टा पशु कचरे को खीच कर बाहर कर देते है। साथ ही कूड़ा बिनने वाले उसमे से प्लास्टिक आदि के समान बिनने के चक्कर में कूड़े को बाहर निकाल देते है। सुबह सफाई कर्मचारी सफाई के झाड़ू लगाने के बाहर कूड़े को एकत्रित कर आग लगा देते है। कूड़े में अधिक से अधिक पॉलीथीन एवम प्लास्टिक के सामान होते है, जो दो से तीन घंटे तक जलता रहता है। कूड़े की जली हुई पॉलीथीन से निकली गैस से दम घुटने लगता है। आस पास के रहने वाले लोगो का इससे स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है।
जिला विज्ञान क्लब समन्यवयक सुशील कुमार पांडेय ने बताया कि पॉलीथीन एवम प्लास्टिक के जलाने से निकलने वाली ड्योक्सिन गैस स्वास्थ्य को बहुत प्रभावित करती है। इससे स्वास संबंधी विमारी, कैंसर युक्त बिमारी हो सकती है, जबकि कूड़े को जलाना प्रतिबंधित है। इससे पृथ्वी का ताप भी बढ़ेगा।
नगर पालिका द्वारा घरों से निकलने वाले कूड़े को फेकने का प्रबंधन भी बहुत ही खराब है, जिस दिन गाड़ी नहीं रखी जाती लोग सड़क पर ही कूड़ा फेक देते है, जिसे सफाई कर्मचारी सबेरे इकट्ठा कर जला देता है।