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आईजीआरएस निस्तारण में लापरवाही पर राजस्व निरीक्षक सहित कई को कमिश्नर ने लगाई फटकार; विना पक्षो को सुनें अदम पैरवी में मुकदमे ख़ारिज न किया जाए

चुनार, मिर्जापुर।

समाधान दिवस में आयुक्त विन्ध्याचल मण्डल डा0 मुथु कुमार सामी बी ने फरियादियों की फरीयाद सुनी। तहसील क्षेत्र के लरछूट निवासी भोलानाथ ने प्रार्थनापत्र दिया कि खतौनी मे मेरे नाम के साथ पिता, चाचा का डबल नाम दर्ज हो गया है, कई बार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद सही नहीं किया जा रहा है।

खैरा निवासी महेन्द्र पाल ने प्रार्थना पत्र दिया कि विपक्षी तिलंगा थाना राजा तालाब प्रेम पर आरोप लगाया है कि तिलंगा गाँव स्थित आ0नं0 443/1 रकबा 11 विस्वा का बनाम लिया है। मौके पर 7 विस्वा भूमि पर काबिज दिल है, शेष भूमि पर बिपक्षी द्वारा मडहा लगाकर कब्जा कर लिया है। मना करने पर एससीएस टी का मुकदमा दर्ज कराकर जिन्दगी खराब करने की धमकी देने के साथ गाली गलौज करते हुए मार पिट करने पर अमादा हो जाता है।

बल्लीपुर निवासी रामदुलार पराया ने शिकायती प्रार्थनापत्र दिया कि बाराडीह स्थित आराजी नं030 भीटा, आ0नं044रास्ता व बल्लीपुर स्थित आ0 नं0 205 रास्ता, आ0नं0 272/2 खलिहान की भूमि है जिसपर अतिक्रमण किया गया है। न्यायालय तहसीलदार द्वारा क्षतिपूर्ति व बेदखली का आदेश होने के बाद भी आराजी अतिक्रमण मुक्त नहीं हुआ। फरियाद सुनने के बाद आयुक्त ने आईजीआरएस पर किये गये शिकायतो के निस्तारण की समीक्षा के दौरान राजस्व निरीक्षक कृयात दिनेश पाण्डेय, अदलहाट एसओ, सीखड खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य कई अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।

कुल 126 फरियादियों ने प्रार्थनापत्र दिया, जिसमें से तीन का निस्तारण मौके पर कर दिया गया। शेष संबंधित को समयावधि के अन्तर्गत पारदर्शिता पूर्ण जांच कर निस्तारण करने के लिए दिया गया। इस दौरान अपर आयुक्त विन्ध्याचल मण्डल डा विश्राम, अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) देवेन्द्र प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी राजेश वर्मा, तहसीलदार योगेन्द्र शरण शाह, नायब तहसीलदार संजय, गरिमा आदि सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। तत्पश्चात आयुक्त ने शासन की मंशा के अनुरूप उपजिलाधिकारी व तहसीलदार न्यायालय का मुआयना के दौरान फर्द कार्य मुकदमे की फाइलों में नमूना नही होने से नाराजगी जताते हुए दिशा निर्देश दिया।

कहा कि विना पक्षो को सुनें अदम पैरवी में मुकदमे ख़ारिज न किया जाए। राजस्व परिसद के दिशा निर्देश के अनुसार रेस्टोरेशन स्वीकार नही किये जाए। उन्होंने कहा कि अपूर्ण आइजीआरएस की शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाए।आइजीआरएस के निस्तारण में लापरवाही बरतने पर राजस्व निरीक्षक कृयात दिनेश पाण्डेय, एसओ अदलहाट, खण्ड विकास अधिकारी सीखड सहित अन्य कई जिम्मेदार अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।

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