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इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टिट्यूट मे भ्रमण कर सीखी वैज्ञानिक तकनीकी

0 विज्ञान प्रश्नोत्तरी मे पुरस्कृत किये गये प्रतिभागी
मिर्जापुर।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित जिला विज्ञान क्लब मिर्ज़ापुर की ओर से विज्ञान लोकप्रियकरण एवं संचार कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के कक्षा 9 से 12 तक के 10 विद्यालयों के 100 मेधावी छात्र एवं छात्राओं को इंटर नेशनल राइस रिसर्च इंस्टिट्यूट साउथ एशिया रिजनल सेंटर वाराणसी मे वैज्ञानिक शोध प्रयोगशाला का भ्रमण, वैज्ञानिक व्याख्यान, विज्ञान प्रश्नोत्री का आयोजन गुरूवार, 5 दिसम्बर को किया गया।
भ्रमण कार्यक्रम मे बच्चे राजकीय इंटर कॉलेज मिर्ज़ापुर से बस द्वारा वाराणसी के लिए प्रस्थान किये। बस को राजकीय इंटर कॉलेज के के उप प्रधानाचार्य जय सिंह एवं जिला समन्यवयक जिला विज्ञान क्लब मिर्ज़ापुर सुशील कुमार पाण्डेय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टिट्यूट वाराणसी पहुंचने पर वैज्ञानिक संस्थान के वैज्ञानिक एवं भ्रमण समन्यवक डॉक्टर रीति चटर्जी एवं डॉक्टर पूरन सेन मिश्र एवं स्मृता ने बच्चों एवं अध्यापको का स्वागत किया। संस्थान के वरिष्ठ साइंटिस्ट डॉक्टर आशीष सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर ने वैज्ञानिक व्याख्यान दिया।

उन्होने बताया कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। इस अनुसंधान केंद्र की स्थापना 1960 इस्वी मे फिलिपिंस मे हुई। भारत वर्ष मे यह पहला रिजनल सेंटर बनाया गया है। इसकी स्थापना वाराणसी मे 29 दिसम्बर 2018मे हुई। यह सेंटर विशेषकर चावल अनुसंधान के लिए कार्य करता है।उन्होंने उत्पादकता पर विशेष जानकारी दी। बच्चों के प्रश्नों का बखूवी जबाब भी दिया। बच्चे कृषि विज्ञान की पढ़ाई करके शोध मे मदद कर सकते है। इसमे अपार संभावनाये है। छात्रों ने प्लांट एवं मिट्टी की जाँच की लैब मे वैज्ञानिको द्वारा मिट्टी की जाँच के तरीके एवं प्लांट मे नाइट्रोजन, कार्बन आदि की मात्रा ज्ञात करने के तरीके सीखे। छात्रों ने मिलिंग लैब, न्यूटीरियंस लैब मे शोध द्वारा बनाये चावल से सुजी,बिस्कुट्स जैसे समानो के बारे मे जानकारी वैज्ञानिको द्वारा ली गयी। ये सभी सुगर फ्री उत्पाद चावल द्वारा बनाये जा रहे है। बच्चों ने जी आई ए स लैब, प्लांट ब्रीडिंग लैब, कम्प्यूटेसनल बायोलॉजी लैब मे विजिट कर जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही धान की बुआई से लेकर कटाई, मड़ाई तक की पुरानी से लेकर आधुनिक समय की मशीनों के बारे मे जानकारी प्राप्त की।बच्चों ने ऑटोमेटिक वैदर स्टेशन का भी भ्रमण किया एवं वैज्ञानिको से जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम के समापन सत्र मे विशेषज्ञ डॉक्टर पूरण सेन मिश्रा एवं डॉक्टर रीति चटर्जी द्वारा वैज्ञानिक व्यख्यान दिये गये साथ ही बच्चों के बीच विज्ञान प्रश्नोत्तरी आयोजित की गयी। जिसमे आकृति विश्वकर्मा माता प्रसाद माता भीख इंटर कॉलेज, विशेष मौर्य राजकीय इंटर कॉलेज प्रथम, रघुवीर सिंह गुरु नानक इंटर कॉलेज, हिमांशु सिह राजकीय इंटर कॉलेज द्वितीय, आस्था सिंह गुरु नानक इंटर कॉलेज, बेलाल अहमद शिव इंटर कॉलेज, नेहा कुमारी माता प्रसाद माता भीख इंटर कॉलेज मिर्ज़ापुए को तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों द्वारा को प्रमाणपत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। विशेषज्ञ वैज्ञानिको को जिला विज्ञान क्लब समन्यवयक ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम मे कुल 94 बच्चे एवं 16 अध्यापको ने प्रतिभागिता की। शिव राम शर्मा, विनायक मिश्रा, सुनील सिंह, रमाशंकर, संजय सिंह, अलका रानी, प्रिया गुप्ता, मोनिका सिंह, जैनब फातिमा वारसी, संध्या सिंह, लालजी सिंह, राजेश श्रीवास्तव, दीपक कुमार ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।

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