मिर्जापुर
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देशन तथा मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार के मार्गदर्शन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा विकास खंड पटेहरा कलां के सूखे के प्रति संवेदनशील कुल 34 ग्रामों में सूखा न्यूनीकरण के अंतर्गत विभिन्न प्रकार कि गतिविधियों को क्रियान्वित किए जाने हेतु कुल 4001 लाख कि परियोजना को विकसित कर उत्तर प्रदेश शासन को भेजा गया है।
उक्त सूखा परियोजना को राहत आयुक्त कार्यालय उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर जनपद मीरजापुर में विकसित की गई है। सूखा परियोजना के दृष्टिगत विकास खंड पटेहरा कलां के विभिन्न ग्रामों में मुख्य रूप से निम्न कार्य प्रस्तावित किये गये हैं जैसे विभिन्न चिन्हित ग्रामों में कुल 25 चेक डैम का निर्माण, प्रत्येक चिन्हित ग्राम में 0.3 हेक्टेयर कि भूमि पर ड्रैगन फ्रूट कि बागवानी का निर्माण, ग्राम देवरी कलां में कुल 3-3 हेक्टेयर के दो सामुदायिक तालाब का निर्माण, प्रत्येक चिन्हित ग्राम में 5 हेक्टेयर कि भूमि पर साइट्रस फ़लों कि बागवानी का निर्माण, ग्राम देवरी कलां में कुल 5 हेक्टेयर कि भूमि पर खजूर कि बागवानी का निर्माण, सूक्ष्म सिंचाई हेतु समस्त चिन्हित 34 ग्रामों में मिनी स्प्रिंकलर कि स्थापना, नैचुरल फेनसिंग तथा दलहन एवं तिलहन प्रदर्शन स्थल, चिन्हित ग्रामों के चिन्हित लाभार्थियों के खेतों में सोलर पम्प कि स्थापना तथा भूमि कि उर्वरक क्षमता को बढ़ाने हेतु अन्य कृषि योग्य यंत्रों का दिया जाना, समस्त चिन्हित ग्रामों में कुल 510 नाडेप/ वर्मी कंपोस्ट का निर्माण, विभिन्न ग्रामों में 0.5 से 1 हेक्टेयर के मध्य के कुल 12 सामुदायिक तालाबों का निर्माण, दो नर्सरी यूनिट एवं 1 टमाटर प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण, विकास खंड पटेहरा कलां में 5000 लीटर कि क्षमता के इंस्टैंट मिल्क चिलिंग प्लांट कि स्थापना, कुल 53 हेक्टेयर कि भूमि पर जल संचयन हेतु बंधी का निर्माण, कुल 70 खेत तालाबों का निर्माण, कुल 167 हेक्टेयर कि बंजर भूमि पर सूखा के प्रति क्षेत्र अनुकूलित वृक्षारोपण, जल संचयन हेतु विभिन्न ग्रामों के कुल 15 किलोमीटर लंबाई कि भूमि में कुल 45 गली प्लग का निर्माण, समस्त चिन्हित ग्रामों में पशु एवं कुक्कुट पालन को बढ़ाने के दृष्टिगत विभिन्न प्रकार के आजीविका बढ़ाने के प्रयास, चिन्हित ग्रामों में अन्तर-स्थलीय मत्स्य पालन इत्यादि।