मिर्जापुर।
क्या आप एटीएम मशीन से पैसा निकालने जा रहे हैं? यदि हा, तो सावधान हो जाइए, क्योंकि अब एटीएम मशीन भी कटे फटे रेड्डी नोट उगलने लगे हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा हो तो एसबीआई की मुख्य शाखा चौबे टोला से संपर्क कर नोट बदल सकते हैं।
वाकिया गुरुवार को नगर के कजरहवा पोखरा के पास पुलिस लाइन रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम की है। जब एटीएम में बीच से दो खंड हुए टेप लगे दो नोट पांच पांच सौ के निकले। नोट निकलते ही कार्ड होल्डर विमलेश अग्रहरि पुत्र शीतला प्रसाद अग्रहरि निवासी पुरानी दशमी नोट बदलने सिविल कोर्ट एसबीआई शाखा पहुंचे, जहा शाखा प्रबंधक ने कहाकि वह एटीएम मशीन हमारे अधीन नही है। आप मुख्य प्रबंधक से संपर्क कीजिए। मुख्य शाखा पर पहुंचे श्री अग्रहरि का दोनो पांच सौ के नोट घटनाक्रम सुनने के बाद चीफ मैनेजर ने बदलवाकर दूसरा दिलवाया। विमलेश अग्रहरि जैसे ही दोनो नोट बदलकर चीफ मैनेजर के कक्ष से जैसे ही बाहर निकले कि अन्य एटीएम कार्ड होल्डर तुसार दूबे पुत्र पदम कान्त दूबे निवासी पुलिस लाईन पहुंचे, जिन्होंने बताया कि उनके साथ भी ऐसा ही वाकिया उसी एटीएम पर हुआ। उन्होंने दो हजार निकाले, जिसमे तीन सही और एक बीच से फटा हुआ और टेप लगाकर जोडा हुआ नोट निकला है। बहरहाल मुख्य प्रबंधक ने तुसार का भी एटीएम से निकला फटा एवं टेप लगा नोट बदलवाया।
अब यहां सवाल यह उठता है कि भारतीय स्टेट बैंक के चौबे टोला शाखा के ठीक बाहर लगे सीडीएम मशीन में जब कोई खाता धारक या एटीएम होल्डर अपना धनराशि जमा करता है, तो उस मशीन में स्वच्छ एवं अच्छा नोट डालने पर भी बाहर फेंक देता है और लोगों को वह नोट बदलना पड़ता है, किंतु एटीएम मशीन से कटे फटे रद्दी नोट टेप लगे हुए स्थिति में बाहर निकल रहे हैं यह जांच का विषय है। मुख्य प्रबंधक ने बताया कि सीएमएस और इंडिया द्वारा 17 एसबीआई एटीएम मशीनों में नोट भरने का काम मिर्जापुर शहर में देखा जा रहा है, जबकि भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से चार एटीएम मशीनों इमीरती रोड पेट्रोल पंप के बगल, पीएसी, वासलीगंज और मुख्य शाखा डंकीनगंज में एटीएम मशीन में नोट डाला जाता है। बहरहाल पुलिस लाईन रोड स्थित इस एटीएम मे सीएमएस दवारा नोट भरा जाता है। ऐसे लोगो से पूछताछ कर रहे है।
लापरवाह के खिलाफ लेंगे ऐक्शन, फटी नोट निकले तो आकर बदलें: चीफ मैनेजर धीरेन्द्र कुमार मौर्य
इस बाबत बात किए जाने पर भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा के चीफ मैनेजर धीरेन्द्र कुमार मौर्य ने कहाकि मेरे संज्ञान मे पहला मामला है, जांच करके दोषी जिम्मेदार के खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा। फिलहाल किसी खाताधारक को ऐसी समस्या हो तो मुख्य शाखा आकर बदल सकता है।
सीडीएम मशीन मे स्केनर तो एटीएम मे क्यों नहीं?
चीफ मैनेजर के मुताबिक सीडीएम मशीनो मे स्केनर होता है, जो खराब या रद्दी नोट स्वीकार नही करता। एटीएम मशीन मे स्केनर नही होता। आवश्यकता है सीडीएम मशीनो की तरह एटीएम मशीनो मे भी स्केनर की, ताकि आम जनता को इस तरह हैरान परेशान न होना पड़े। साथ ही एटीएम मशीनो मे नोट भरने वाले जिम्मेदारो को ध्यान देने की और जिम्मेदार अधिकारियो को इन पर नजर रखने और नकेल कसने की।