मिर्जापुर।
जिले के जमालपुर विकास खंड में करंजी गांव की गड़ई नदी पर निर्माणाधीन पुल की ढलाई शटरिंग खिसकने की वजह से गिर गया। इस हादसे में दो मजदूर घायल हो गए, जिन्हें गंभीर हालत में उपचार के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। वही दो अन्य मजदूर बाल बाल बच गए।
उल्लेखनीय है कि गड़ई नदी पर 3.80 करोड़ की लागत से पुल निर्माण चल रहा है। पुल के स्लैब की ढलाई के दौरान गुरुवार की रात करीब 11.30 बजे शटरिंग नदी में गिर गई। स्लैब गिरने से उसके मलबे मलबे में आ जाने से दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए।
बताया जाता है कि सोनभद्र के 36 मजदूर पुल बनाने के काम करने में लगे थे। ढलाई का काम जैसे ही शुरू हुआ, वैसे ही सीमेंट गिट्टी से ढला स्लैब शटरिंग सहित गिर गया, जिसमें सोनभद्र के सुकृत थाना क्षेत्र के लोहरा गांव निवासी दो मजदूर पारसनाथ (50) व प्रकाश (30) गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि दो अन्य मजदूर अनिल व राम आसरे बाल-बाल बच गए।
बता दें कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा 3.80 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस पुल का शिलान्यास वर्ष 2020 में तत्कालीन मंत्री और वर्तमान मे मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने किया था। पहले ठेकेदार द्वारा अधूरा छोड़े गए काम को दूसरे ठेकेदार से पूरा कराया जा रहा था। पांच पिलर वाले इस पुल के दो पिलर की ढलाई लगभग दो वर्ष पहले की जा चुकी थी। गुरुवार को दो पिलर पर लोहे की पाइप के सहारे शटरिंग कर तीसरे पिलर पर मैटेरियल डालने के दौरान पुल का स्लैब नदी में गिर गया। चर्चा है कि पुल की ढलाई में प्लाई बहुत ही पतला और घटिया किस्म का लगाया गया था, जो लोड के बाद धराशायी हो गया।
घटना की सूचना पर सीओ चुनार मंजरी राव और थानाध्यक्ष विजय कुमार सरोज ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने घटना पर चिंता जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। शुक्रवार की सुबह आक्रोशित ग्रामीणों ने भी पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ पुल पर प्रदर्शन किया और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
4 सदस्यीय टीम करेगी जांच, आख्या आने पर होगी कार्रवाई: डीएम प्रियंका निरंजन
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि सम्बन्धित प्रकरण की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त कार्य में दो स्लैब पूर्व में निर्मित हो चुके थे, तीसरे स्लैब (8 मीटर स्पान) के ढलाई हेतु शटरिंग व सरिया लगाकर ढलाई का कार्य दिनांक-16.01.2025 को दोपहर लगभग 2.00 बजे प्रारम्भ किया गया, जिसमें आंशिक कार्य होने के दौरान रात होने पर मजदूरों द्वारा भोजन ग्रहण किया जा रहा था। इसी दौरान नदी में जल प्रवाह की गति बढ़ जाने के कारण शटरिंग को देखने हेतु दो मजदूरों द्वारा कुछ कमी प्रतीत होने पर शटरिंग को ठीक करने का प्रयास किया जा रहा था। इसी दौरान प्रवाह तेज होने पर शटरिंग गिर गई। दोनों मजदूरों को ममूली चोट आई, जिन्हे अस्पताल ले जाकर कर ईलाज करा दिया गया है। वर्तमान में दोनों मजदूरों की तबियत पूर्णतः ठीक है। किसी को भी किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं पहुँची है। उक्त कार्य हेतु जिलाधिकारी द्वारा अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, अधिशासी अभियन्ता सेतू निगम, अधिशासी अभियन्ता ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग एवं जिला विकास अधिकारी मीरजापुर की संयुक्त समिति गठित कर प्रकरण की जाँच कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। जॉच आख्या आने पर दोषी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।