राजगढ़ (मिर्जापुर) @ विन्ध्य न्यूज. बीमा से कोई अमीर नहीं हो सकता, पर हमारे न रहने पर हमारे बच्चे अपने को गरीब महसूस नहीं कर सकेंगे| इसी उद्देश्य के साथ ‘स्थानीय विकास खंड के ददरा गांव के भईसाखाद बस्ती निवासिनी आंगनवाड़ी कार्यकत्री पार्वती देवी ने अपने छोटे से मानदेय की धनराशि में से हर महीने छोटी छोटी बचत करके 1,100/- रुपए बचा कर भारतीय जीवन बीमा निगम की एक पॉलिसी अंतरराष्ट्रीय लेबल के एमडीआरटी मेंबर रघुबर प्रसाद मौर्य अभिकर्ता से ली थी| जिनकी मृत्यु 27 अप्रैल 2019 को बीमारी मे इलाज के दौरान हो गई| अपनी छोटी सी बचत से नामिनी पति अनिल सिंह को तेरही से पूर्व बुधवार की सायं शाखा प्रबंधक चुनार लव कुमार ने अपने सहयोगी टी राम साहब तथा विकास अधिकारी राघवेंद्र सिंह पटेल एवं अभिकर्ता रघुबर प्रसाद मौर्य के साथ मृतिका पार्वती देवी के घर पहुंचकर 3 लाख, 24 हजार, 7 सौ 50 रुपए का मृत्युदावा का भुगतान किया| बताया गया कि मृतिका पार्वती देवी को 2 बेटी और एक बेटा है, जिसमें एक बेटी का शादी कर चुकी है तथा एक बेटा और एक बेटी नाबालिक है जो शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं| उनके पति एक छोटे किसान हैं|
बताया गया कि मृत्युदावा का भुगतान अभिकर्ता के भागदौड़ एवं अथक प्रयास से तेजतर्रार शाखा प्रबंधक एवं उनकी टीम ने समस्त दस्तावेजों का डिपार्टमेंटल निरीक्षण कर दावा का भुगतान स्वीकृत किया| उपस्थित लोगों ने एलआईसी टीम सहित अभिकर्ता रघुबर प्रसाद मौर्य को भी धन्यवाद दिया| बीमा से कोई अमीर नहीं हो सकता, पर हमारे न रहने पर हमारे बच्चे अपने को गरीब महसूस नहीं कर सकेंगे| इसी उद्देश्य के साथ ‘स्थानीय विकास खंड के ददरा गांव के भईसाखाद बस्ती निवासिनी आंगनवाड़ी कार्यकत्री पार्वती देवी ने अपने छोटे से मानदेय की धनराशि में से हर महीने छोटी छोटी बचत करके 1,100/- रुपए बचा कर भारतीय जीवन बीमा निगम की एक पॉलिसी एमडीआरटी मेंबर रघुबर प्रसाद मौर्य अभिकर्ता से ली थी। जिनकी मृत्यु 27 अप्रैल 2019 को बीमारी मे इलाज के दौरान हो गई| अपनी छोटी सी बचत से नामिनी पति अनिल सिंह को तेरही से पूर्व बुधवार की सायं शाखा प्रबंधक चुनार लव कुमार ने अपने सहयोगी टी राम साहब तथा विकास अधिकारी राघवेंद्र सिंह पटेल एवं अभिकर्ता रघुबर प्रसाद मौर्य के साथ मृतिका पार्वती देवी के घर पहुंचकर 3 लाख, 24 हजार, 7 सौ 50 रुपए का मृत्युदावा का भुगतान किया| बताया गया कि मृतिका पार्वती देवी को 2 बेटी और एक बेटा है, जिसमें एक बेटी का शादी कर चुकी है तथा एक बेटा और एक बेटी नाबालिक है जो शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं| उनके पति एक छोटे किसान हैं|
बताया गया कि मृत्युदावा का भुगतान अभिकर्ता के भागदौड़ एवं अथक प्रयास से तेजतर्रार शाखा प्रबंधक एवं उनकी टीम ने समस्त दस्तावेजों का डिपार्टमेंटल निरीक्षण कर दावा का भुगतान स्वीकृत किया| उपस्थित लोगों ने एलआईसी टीम सहित अभिकर्ता रघुबर प्रसाद मौर्य को धन्यवाद दिया|