खास खबर

बेटे-बेटियों में भेदभाव हमारी पिछड़ी मानसिकता के दर्शाते हैं- नेहा गंगवार  

मीरजापुर @ विन्ध्य न्यूज.
  नगर के सुंदर मुंदर बालिका इंटरमीडियट कालेज बाजीराव कटरा में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष माननीय जनपद न्यायाधीश सुरेन्द्र कुमार सिंह के निर्देशन में बेटी बचाओं‘बेटी पढ़ाओं विषय पर आधारित विधिक साक्षरता, जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्णकालिक सचिव, सिविल जज सिनीयर डिविजन श्रीमती नेहा गंगवार ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर की पूर्णकालिक सचिव

श्रीमती गंगवार ने बताया कि भारतीय संविधान में महिलाओं को आर्टिकल 14 के तहत समानता का अधिकार दिया गया है। किन्तु हमारे समाज में आज भी बेटे-बेटियों के बीच भेदभाव किया जाता है। जिसका प्रमुख कारण हमारी पिछड़ी मानसिकता है। बेटियों को गर्भावस्था में ही हत्या कर दी जा रही है जिसके कारण निरंतर लिगांनुपात कम होता जा रहा है। ऐसे में विधायिका द्वारा वर्ष 1994 में प्री-कन्सेपसन एन्ड प्री नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक एक्ट लागू किया गया जिसके अनुसार गर्भावस्था में लिंग निर्धारण को अपराण की श्रेणी में रख गया, किंतु कानून बना देने से ही समस्या का समाधान संभव नहीं है, बल्कि जनचेतना का होना भी आवश्यक है।

श्रीमती गंगवार ने जोर देते हुए कहा कि  कानून के साथ-साथ अभिभावकों को भी चाहिए कि वह अपने बच्चों को बाल अपराध की ओर बिमुख होने से बचाये तथा उनहें अच्छी शिक्षा के साथ ही साथ अच्छा पारिवारिक संस्कार भी दे ताकि वह भटकने न पायें। उन्होनें कहा कानून से ज्यादा अच्छा माहौल बनाने की आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने बाल विवाह, बाल अपराध, इत्यादि मुद्दों पर प्रमुखता से अपने विचारों को रखते हुए छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए कानून का विविध पहलूओं पर भी चर्चा कर छात्राओं की जिज्ञासाओं को शांत किया। बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं पर जोर देते हुए आपने विशेष किशोर पुलिस ईकाई से कैसे मदद ली जा सकती है इस पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।

प्राधिकरण के मीडिएटर सुरेश कुमार त्रिपाठी ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि  समाज में बढ़ते बाल अपराधों को केवल कानून के जरिए रोकने और कानून बनाने मात्र से ही इन पर रोक लगा पाना संभव नहीं है इसके लिए पारिवारिक माहौल और आसपास का वातावरण भी काफी हद तक स  ुधार की राह को आसान बना सकता है। उन्होंने बच्चों को अभिभावकों द्वारा बेहतर माहौल देने पर जोर देते हुए बढ़ते बाल अपराधों पर चिंता जताया।

इस मौके पर जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह, कालेज की प्रधानाचार्या श्रीमती सावित्री चौरसिया, डा. सुरेन्द्र कुमार दुबे इत्यादि ने भी अपने विचा प्रकट किए। कार्यक्रम से पूर्व कालेज की छात्राओं ने सरस्वती बंदना तथा स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। इस मौके पर गौरव पांडेय, धमेन्द्र सहित कालेज की अध्यापिकाएं एवं छात्राएं मौजूद रही।

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!