मिर्जापुर

अमर शहीद नरेश चंद्र श्रीवास्तव के प्रतिमा की स्थापना शहीद उद्यान में कायस्थ जनोँ के सहयोग से 18 अगस्त को होगा संपन्न

0 देश के लिए कुर्बानी को भूल न जाये, इसलिए पहाडा स्टेशन को शहीद नरेश धाम घोषित करने की जरूरत
विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्जापुर। 
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की स्थानीय शाखा के तत्वाधान में अगस्त क्रान्ति के अगुवाई और पहाडा रेल्वे स्टेशन फूकते समय शहीद हुए अमर शहीद नरेश चंद्र श्रीवास्तव जी के प्रतिमा की स्थापना शहीद उद्यान नारघाट में कायस्थजनोँ के सहयोग से 18 अगस्त को संपन्न होगा।
              प्रतिमा की स्थापना कार्य का सुभारम्भ (भूमि पूजन) महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ डी0 एल0 श्रीवास्तव के मुख्य आतिथ्य मे मंगलवार को सम्पन हुआ। मूर्ति का अनावरन 18 अगस्त को संपन्न होगा।
देश की आज़ादी में मिर्ज़ापुर के तत्कालीन ग्राम खमरिया के स्व.रमाशंकर लाल श्रीवास्तव व स्व.किसनदेई देवी के 16 वर्षीय पुत्र नरेश लन्दन मिशन हाई स्कूल (बी एल जे इंटर कॉलेज) के छात्र रहें।  9 अगस्त 1942 को असहयोग आंदोलन मे सम्पूर्ण भारत के क्रांतिकारियों की गिरफ्तारी, पार्लियामेन्ट में  मिनिस्टर एसरी के भाषण पर तीव्र रोष व्यक्त किया, 14 अगस्त 1942 को ग्राम गैपुरा में विशिष्ट क्रांतिकारियों की गुप्त बैठक सम्मलित हुए। 17 अगस्त 1942 की रात्रि पहाड़ा रेलवे स्टेशन को अपने साथियों के साथ पिस्तौल की नोक पर खजाना लूटकर मिटटी का तेल छिटककर वहाँ के जरुरी कागजात उपकरण आदि को आग लगाने फूंकने में वे बुरी तरह जल गए। तुरंत उनके साथी किसी तरह लेकर बी. एच्. यू. गेट पर पहुँचे। जहाँ उन्होंने अपनी धीमी आवाज़ में कहा था कि साथी छविनाथ और पुष्कर मै रहूं या न रहूं,  लेकिन ये लड़ाई रुकनी नही चाहिये एक लम्बी साँस के साथ 18 अगस्त 1942 भोर में स्वतंत्रता सेनानी भारत माता की गोद में सदा के लिए सो गए थे।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं प्रस्तावक प्रतिमा स्थापना डॉ अरविन्द श्रीवास्तव ने सहयोगियो का कोटि कोटि धन्यवाद दिया है, जिसके बल पर यह पुनीत कार्य पूर्ण होगा। उन्होंने कहा है कि पहाडा स्टेशन को शहीद नरेश धाम घोषित कराने की मांग है। जिस स्थल को फूकते समय शहीद ने अपने प्राणो की आहूति देश की स्वतंत्रता के लिए देश दी,  वहा भी कुछ यादगार रहे।
                            (फाईल फोटो)
चिन्ता की बात: जहा की नरेश ने पढाई, वहा प्रतिमा उपेक्षित 
डा0 अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि 7 दशकों से मिरजापुर के शहीद उद्यान में अपेक्षित थी। जिसके लिए मैने अपने समाज के कुछ लोगो के सहयोग से प्रतिमा स्थापना करवाने का प्रयास किया है। बताया कि मै बीएलजे कालेज का विद्यार्थी रहा हूँ। पहले तो उनकी प्रतिमा पार्क में थी,  अभी तो स्कूल प्रबंधन ने पार्क छोड़कर के लावारिस सा छोड़ दिया है और मूर्ति भी चिटक गई है। आज तक उस पर छावनी भी नही हो सकी है, जो अत्यंत दुखद है। उन्होंने कालेज प्रशासन से शहीद नरेश की प्रतिमा को सुरक्षित संरक्षित करने की अपेक्षा की है।
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