विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्जापुर।
जिले के लालगंज तहसील अंतर्गत हलिया क्षेत्र में एक लाभार्थी के पट्टे की जमीन पर दबंगों ने पहले जूनियर हाईस्कूल खोलकर आसपास की जमीन को अवैध तरीके से घेर लिया और इसके बाद मान्यता भी प्राप्त कर लिया। अब आसपास वालों को घर छोड़कर भाग जाने की धमकी दे रहे हैं। इससे परेशान गरीब व असहाय दंपती न्याय की गुहार लगाते हुए अधिकारियों का चक्कर काटते थक गए। तो सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर गले में सांकेतिक फांसी का फंदा डाला और धरने पर बैठ गए। लेकिन आश्चर्य की बात यह कि इसके बाद भी कोई अफसर उनकी पीड़ा सुनने के लिए नहीं पहुंचा।
बताया जाता है कि जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में सांकेतिक फांसी का फंदा लगाकर धरना देने वाला दंपती कृष्णावती व रमाशंकर ने बताया कि मौके पर करीब 10 बिस्वा जमीन है। जिस पर प्रशासन द्वारा कई लोगों को एक-एक बिस्वा का पट्टा पूर्व मे दिया गया है। आरोप है कि वहां के एक दबंग ने सड़क के सामने ही चौहद्दी बनाकर स्कूल खोल दिया और धीरे-धीरे आसपास की पट्टे की जमीन भी कब्जाने लगा।
बताया कि इसकी अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसकी शिकायत पर एक बार एसडीएम लालगंज ने जांच भी कराई और विद्यालय बंद कराने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद दबंगों ने विद्यालय बंद नहीं किया और दूसरे नाम से विद्यालय चलाने लगे। पीडि़त दंपती ने बताया कि स्कूल संचालक धमकी देते हैं कि अपना मकान छोड़कर चले जाओ क्योंकि हमने सब पट्टा निरस्त करा दिया है। अब यह पूरी जमीन स्कूल की हो गई है। वे लगातार धमकी देते हुए उन्हें मारते-पीटते हैं।
दंपती ने बताया कि वे गरीब हैं और अनुसूचित जाति के हैं, इसलिए उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इससे उनके पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है। ऐसे में हम अब अंतिम उम्मीद लेकर मिर्जापुर जिलाधिकारी के पास आए हैं, ताकि न्याय मिल सके। चेताया कि यदि प्रशासन ने उनकी पीडा दूर नही की तो यह सांकेतिक फासी वास्तविक रूप ले सकती है।