0 काशी व प्रयाग जैसी पवित्र शहरों के बीच विंध्य की पहाड़ियों पर स्थित है मिर्जापुर, पर्यटन क्षेत्र में स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार
विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्जापुर/ नई दिल्ली।
काशी और प्रयाग के बीच विंध्य की पहाड़ियों पर स्थित मिर्जापुर जनपद प्राकृत प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनने की राह पर अग्रसर है। जनपद में जल्द ही ‘जंगल सफारी’ और ‘जूलॉजिकल पार्क’ स्थापित करने का कार्य शुरू हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने इस बाबत केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ.हर्षवर्धन को पत्र लिखा है। श्रीमती पटेल ने कहा है कि केंद्रीय वन मंत्रालय के इस पहल से मिर्जापुर जनपद पर्यावरण प्रेमियों और पर्यटकों के लिए विशेष तौर पर आकर्षण का केंद्र बनकर उभरेगा। इससे जनपद के युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने अपने पत्र में लिखा है कि दो पवित्र शहरों काशी और प्रयाग के बीच विंध्याचल की पहाड़ियों पर स्थित मिर्जापुर जनपद में “जंगल सफारी” और “जूलॉजिकल पार्क” विकसित करने के लिए प्राकृतिक वातावरण एवं जीवों के लिए एक बेहतर प्रवास भी उपलब्ध होगा। विश्व प्रसिद्ध विंध्यवासिनी देवी का मंदिर भी विंध्याचल पर्वत पर है। जहां रोजाना काफी तादाद में श्रद्धालु आते हैं।
मिर्जापुर में कई धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं, जो पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं। जनपद का अधिकांश भाग पहाड़ी और प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है। यहां पर प्रदेश का तीसरा घना जंगल भी है। जहां काफी तादाद में विविध प्रजाति के जीव एवं वनिस्पतियां पायी जाती हैं।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने कहा कि क्षेत्र की विविध तरह की वनस्पतियों के संरक्षण और प्राकृत के प्रति लगाव के लिए लोगों को इनके प्रति संवेदनशील बनाने की जरूरत है। जनपद में जूलॉजिकल पार्क और जंगल सफारी की स्थापना से लोगों में प्राकृतिक वनस्पतियों और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता बढ़ेगी। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के इस पहल से क्षेत्र में आर्थिक विकास होगा और स्थानीय लोग पर्यटन के प्रति जागरूक होंगे।