“आटो चालको को बेवजह परेशान न करे पुलिस प्रशासन”
0 आटो व ई-रिक्शा चालको ने रखा सम्मेलन, बाटा चालक ड्रेस
0 बिना कमी चालान सीज का किया विरोध
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
आटो रिक्शा एवम् ई रिक्शा सेवा समिति के तत्वावधान मे अध्यक्ष कमलेश सिंह चौहान के नेतृत्व में आटो रिक्शा चालकों के उत्पीड़न के खिलाफ रविवार को लामबंद आटोचालको ने आवाज बुलंद की। जब अध्यक्ष आटो रिक्शा के चालकों के साथ कार्रवाई की। मुख्य अतिथि भाजपा जिला मंत्री एवं व्यापारी नेता सन्तोष गोयल ने कहा कि प्रदेश में मोदी और योगी सरकार के रहते हुए विकास कार्यों को किया जा रहा है। पुलिस कर्मियों के द्वारा अवैध कमाई कमाने के लिए आटो चालकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। चेकिंग के नाम पर पैसा लिया जा रहा है। आटो रिक्शा चालकों का कहना है कि जिस गाड़ी का पेपर ठीक है उसको भी प्रशासन द्वारा बिना गाड़ी का पेपर चेक किये उसको सीज कर दिया जा रहा है । सैकड़ों की संख्या में आटो चालक और अध्यक्ष कमलेश सिंह चौहान कई अधिकारियों की आने की इन्तजार में समय बिताये और कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। पहुंचने वालों में पुलिस कप्तान, ए0आर0टी0ओ0 अलका शुक्ला, नगर पालिका इ0ओ0, सी0ओ0 और यातायात प्रभारी का इन्तजार किया जा रहा था, लेकिन कोई भी नही पहुचा। मौके पर देर से ही सही यातायात प्रभारी वागीश विक्रम सिंह पहुंचे। यातायात प्रभारी का कहना है कि नियम के अनुसार गाड़ी चलाया जाय जो गाड़ी 4 सवारी में पास है उससे ज्यादा बैठाने पर उसके खिलाफ कारवाई की जायेगी।
मोटर एक्ट अधिनियम का हवाला देते हुए यातायात प्रभारी ने कहा कि जिस गाड़ी का पूरा पेपर ठीक भी रहेगा लेकिन अगर उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है तो उस गाड़ी को सीज कर दिया जायेगा। सभी गाड़ियों के लिए अलग अलग रूट बनाया गया है अगर दूसरे रूट पर गाड़ी चलती है तो उसके खिलाफ कारवाई की जायेगी। एक हफ्ते में सैकड़ों की संख्या में गाड़ी को सीज किया गया है। कुछ आटो चालकों और ई रिक्शा चालको का आरोप रहा कि बिना गाड़ी का पेपर देखे ही गाड़ी को सीज कर दे रहे हैं। मांग किया कि जो गाड़ी सीज हुई है उन गाड़ियों में कई ऐसी भी गाड़ी है जिनका पेपर पूरी तरह ठीक है अगर जांच कराया जाय तो इसका पता लगाया जा सकता है। इस दौरान अध्यक्ष कमलेश सिंह चौहान, अध्यक्ष,उमा बरनवाल सलाहाकार, मंगल, आशीष गुप्ता, गुड्डू, रविप्रकाश, कमलेश पाण्डेय, जज्जू सोनकर, शंकर बब्लू गुप्ता, मनोज सोनकर, छोटू यादव, सूर्यभान वर्मा, राजेश वर्मा, बसन्त आदि रहे।