ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
मा विंध्यवासिनी धाम मे महिला ने बच्चे को उठाकर पटका, आखिर क्यों? इस बात का माकूल उत्तर किसी को पास नही है लेकिन कोई बलि चढाने का प्रयास तो कोई मानसिक विक्षिप्त होना इसका कारण बता रहा है। मा विंध्यवासिनी धाम मे झांकी दर्शन के समीप बने पनडोहा पर बुधवार को प्रातः सवा नौ बजे एक अप्रत्याशित घटना होते होते बची। जब विधायक के पुत्र के साथ रहे एक पुरोहित और महिला सुरक्षाकर्मी द्वारा हस्तक्षेप कर एक मासूम बच्ची को उसकी मां द्वारा आवेश में बलि चढ़ाने की बात कहकर पटकते समय बचा लिया गया। हालांकि इस संबंध मे जितनी मुह उतनी बात बयान की जा रही है। प्रत्यक्ष दर्शियो के मुताबिक विन्ध्यवासिनी मन्दिर पर महिला ने लगभग डेढ़ वर्षीय अपने ही बालक को सीधे उठाकर ज़मीन पर पटक दिया। नवरात्र मेला के चौथे दिन सुबह साढ़े नौ बजे के करीब लोगों की आँखे उस समय फ़टी की फटी रह गई म। जब एक दर्शनार्थी महिला ने अपने ही डेढ़ वर्षीय अबोध बालक को झाँकी के निकट उठाकर पटक दिया। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी व पण्डा समाज के लोगों ने उसे पकड़ा और प्रशासनिक भवन ले गए बाद में उसे कोतवाली भेज दिया गया। उपस्थित लोगों में इस बात को लेकर विभिन्न प्रकार के चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। कुछ लोगों ने बताया कि वह अपने बच्चे की बलि चढ़ाना चाहती थी। वही इस बाबत एसपी सिटी प्रकाश स्वरूप पांडेय ने बताया कि किसी प्रकार खीझने के पश्चात उसने सिर्फ डराने के उद्देश्य से बच्चे को उठाया था, पटका नही था। वही कुछ लोंगों का कहना था कि उक्त महिला की मानसिक स्थिति ठीक नही थी।