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हस्तकलां उद्योग के बढावे,  सब्सिडी व अन्य लाभ दिलाने वस्त्र मंत्री स्मृति जूबिन इरानी से शीघ्र मिलेगी मंत्री अनुप्रिया

0 हस्तकलां सहयोग शिविर में बतौर मुख्य अतिथि किया संबोधन
 ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर। 
वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हस्तकलां सहयोग शिविर का आयोजन शिव वाटिका भरपुरा चुनार में मुख्य अतिथि के तौर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री/जिले की सांसद श्रीमती अनुप्रिया पटेल पहुंची। सहायक निदेशक हस्तशिल्प चुनार बी0एन0 सिंह ने केन्द्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल जी का पुष्पगुच्छ स्मृति चिन्ह देकर स्वागत अभिनन्दन किया। बतौर मुख्य अतिथि श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने हस्तशिल्पियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि हमारी केन्द्र एवं प्रदेश की सरकार हस्तशिल्प कला उद्योग को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है, हमारे देश भारत में हस्तकलाओं की परम्परा जितनी पुरानी है उतनी ही विविधताओं से भरी हुई है। श्रीमती पटेल ने कहा कि आने वाली पीढियों के लिए पारम्परिक कलाओं को भी कभी न खत्म होने वाली विरासत को तैयार सकरना है मुझे पता है, आप लोग कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, हस्तकलां उद्योग के बढावे के लिए स्वचलित उपकरणों सब्सिडी के द्वारा बढावे के लिए जल्द वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जूबिन इरानी से मिलकर जिले में हस्तकला उद्योग के बढ़ावे के लिए बात करूंगी। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल जी ने हस्तकला कामगारों को कार्ड वितरित किया।  हस्तकला सहयोग शिविर में मुख्य रूप से रमाकांत पटेल जिलाध्यक्ष अपना दल (एस), भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरिशंकर सिंह, डा0 अनिल सिंह पटेल, मेघनाथ पटेल, समर्थ सिंह सभासद चुनार, राधेश्याम पटेल, अनिल कुमार सिंह, राजकुमार पटेल समेत रेनू श्रीवास्तव, सुनील जैन, समर्थ पटेल, शिल्पकार राम दुलारे प्रजापति, गणेश, गंगा देवी, जगदीश, कैलाश सहित सैकड़ों शिल्पी मौजूद रहे और हस्त निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई।
चुनार। आर्थिक विकास एवं प्रतिस्पर्धा में बने रहने हेतु जल्द ही एक प्रशिक्षण शिविर: वीके सिंह 
शिल्पकार समिति ने मुख्य अतिथि को कानपुर वाराणसी के शिल्पकारों की तरह यहां के शिल्पियों को भी सस्ते दर पर बिजली , बैंक लोन आदि सुविधा दिलाने की मांग करते हुए पत्रक सौंपा। शिविर में जुटे स्थानीय शिल्पकारों को योजनाओं की जानकारी देते हुए सहायक निदेशक हस्त शिल्प वीके सिंह कहाकि सरकार हस्त शिल्पियों के आर्थिक विकास एवं प्रतिस्पर्धा में बने रहने हेतु बाजार उपलब्ध कराने हेतु जल्द ही एक प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा। जिसमें नई तकनीकी जानकारी के साथ आकर्षक सामानों के निर्माण एवं विक्री के टिप्स दिए जाएंगे। बताया कि वर्तमान में जनपद में 40 हजार हस्त शिल्पकार का पंजीकरण हो चुका है। जिनको सरकार की योजनाओं का लाभ मिलना आरंभ हो चुका है। कहा कि व्यापार के लिए कम ब्याज दर पर पचास हजार से दो लाख का ऋण बैंक देगे। साथ ही परिवार के बच्चों को बारहवीं तक निःशुल्क शिक्षा, बीमा योजना मरने पर 60 हजार से डेढ़ लाख तक बीमा राशि भी मिलेगी। इसके अलावा बीमारी में आर्थिक सहायता, वृद्धा पेंशन, निःशुल्क इलेक्ट्रॉनिक चाक आदि मिलने की बात बताई।
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